भारत में जल्द बुलेट ट्रेन दौड़ने वाली है। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना पर काफी लंबे समय से काम चल रहा है। बुलेट ट्रेन के आ जाने के बाद से मुंबई से अहमदाबाद सफर करने वालों को काफी आराम हो जाएगा। क्योंकि, बहुत ही कम समय में ये सफर तय किया जाएगा। ये केंद्र सरकार का ड्रीम प्रोजक्ट है लेकिन, महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार आने के बाद इस प्रोजेक्ट की रफ्तार धीमी हो गई थी। अब महाराष्ट्र में जब सरकार बदली और एकनाथ शिंदे को राज्य का मुखिया बनाया गया है तो इस परियोजना में भी तेजी आई है। हाल ही में शिंदे सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के लिए सभी तरह की मंजूरी दे दी। इसके बुलेट ट्रेन को लेकर कई बड़े अपडेट सामने आए हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुलेट ट्रेन के टाइमलाइन के बारे में बताते हुए इसके किराए को लेकर भी इशारा किया है। अश्विनी वैष्णव ने संसद में दिए लिखित जवाब में कहा कि बुटेन ट्रेन कब शुरू होगी, इस पर कोई भी टाइमलाइन तब ही दी जा सकती है, जब महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो जाए। उन्होंने कहा कि, मुंबई से अहमदाबार के बीच चलने वाली हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट (MAHSR) महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में देरी होने के कारण देरी हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि, कोविड-19 के चलते भी प्रोजेक्ट पर काम करने वाली कंपनी को फाइनल करने में भी देरी हुई। भूमि अधिग्रहण के बाद ही अनुमानित लागत और समय सीमा के बारे में सही जानकारी दी जा सकेगी। इससे पहले रेल मंत्री ने बुलेट ट्रेन के किराए को लेकर भी इशारा दिया था।
रेल मंत्री ने कहा था कि बुलेट ट्रेन के किराए पर अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है, लेकिन यह लोगों की पहुंच में ही होगा। इसके लिए फर्स्ट एसी को आधार बनाया जा रहा है, जो बहुत ज्यादा नहीं है। इससे ये माना जा रहा है कि बुलेट ट्रेन का किराया फर्स्ट एसी के बराबर होगा। उन्होंने कहा कि, बुलेट ट्रेन का किराया फ्लाइट से कम होगा और इसमें सुविधाएं भी अच्छी मिलेंगी। हालांकि, उन्होंने यह कहा कि प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद ही किराया तय किया जाएगा। मुंबई और अहमदाबाद के बीच 320 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से बुलेट ट्रेन चलाने का प्रस्ताव है। दोनों शहरों के बीच कुल 508 किमी की दूरी है और इसमें 12 स्टेशन होंगे।