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मुस्लिम वोट बढ़े तो औरंगजेब को हिंदू प्रेमी बताने लगे महाराष्ट्र के नेता

NCP नेताओं ने Maharashtra में औरंगजेब को हिंदू प्रेमी बना दिया

Muslim Voters: ऐसा लग रहा है कि देश में हो रहे जनसांख्यकी परिवर्तन और मुस्लिम वोटर्स  (Muslim Voters) की संख्या बढ़ने लगी है तो अब सियासी नेता सामाजिक समरसता के बयान देने के बजाए वोट बटोरने वाले बयान देने लगे हैं। इसका ताजा उदाहरण महराष्ट्र है। जहां नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार से लेकर उनकी पार्टी का हर छोटा बड़ा नेता मुस्लिम वोटर्स (Muslim Voters) को रिझाने के लिए ऐसे बयान देने लगे हैं जिनसे बहुसंख्यकों की भावनाएं आहत हो रही हैं और समाज में विभाजन की दीवार बड़ी होने लगी है।

महाराष्ट्र विधानसभा में एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजीत पवार संभाजी महाराज को लेकर ऐसा बयान दिया जिससे राज्य की सियासत में बवाल मच गया। यह बवाल कुछ कम होता इसके पहले ही एनसीपी के एक और विधायक डॉ जितेंद्र अव्हाड ने भी अजित पवार स भी ज्यादा एक विवादित बयान जारी कर दिया है। अव्हाड के बयान पर में उद्धव ठाकरे गुट ने कड़ा ऐतराज़ जताया है। उद्धव गुट के अंबादास दानवे कहा है कि इस मामले में उद्धव ठाकरे गुट और एनसीपी के विचार बिल्कुल अलग हैं। उद्धव ठाकरे गुट के इस रुख से महाविकास अघाड़ी के इन दोनों दलों में मतभेद और टकराव की स्थिति बनती हुई नजर आ रही है।नागपुर विधानसभा के शीतकालीन अधिवेशन सत्र में अजित पवार ने यह कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज हिंदवी स्वराज्य रक्षक थे, उन्हें धर्मवीर कहना ठीक नहीं होगा। वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री जितेंद्र अव्हाड ने यह बयान दिया है कि औरंगजेब हिंदू विरोधी नहीं था। अगर वह हिंदू विरोधी होता तो जिस जगह पर छत्रपति संभाजी महाराज की आंखें निकाली गईं वहां मौजूद विष्णु मंदिर को भी वो तोड़ देता। अब इस बयान के बाद महाराष्ट्र में एनसीपी के इन दोनों नेताओं के खिलाफ शिंदे गुट और बीजेपी ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं।

मराठा जनमानस में उभरे विरोध को दबाने  लिए एनसीपी के नेताओं ने अंबादास के एक शब्द को निशाना बनाना शुरु कर दिया है। अंबादास ने कहा था कि औरंगजेब ने संभाजी का वध किया था। बस एनसीपी नेता अपने खिलाफ विरोध को बैलेंस करने के ले ‘वध’ शब्द को लेकर टूट पड़े हैं। उनका कहना है कि अंबादास ने वध शब्द का उपयोग कर संभाजी का अपमान किया है।