कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में जमकर तबाही मचाई, और अब भी कई देशों में अब भी संक्रमण का खतरा बढ़ा हुई है। अभी तक कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट सबसे घातक था लेकिन अब एक और वेरिएंट सामने आया है जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को अलर्ट कर दिया है कि, बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका और हांगकांग से आने-जाने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कठो स्क्रीनिंग और टेस्टिंग की जाए।
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बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका और हांगकांग में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट 8.1.1529के कई मामले सामने आए हैं। इसके काफी म्यूटेंट होने की जानकारी मिली है। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) ने इसकी वैश्विक उपस्थिति की बात करते हुए इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न कहा है। साथ ही कहा है कि भारत को सख्त निगरानी रखने की जरूरत है। NCDC के मुताबिक बोत्सवाना (3मामले), दक्षिण अफ्रीका (6मामले) और हांगकांग (1मामले) में सीओवीआईडी -19वेरिएंट 8.1.1529के मामले दर्ज किए गए हैं। इस वेरिएंट के काफी म्यूटेंट होने की आशंका भी जाहिर की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि हाल ही में वीजा प्रतिबंधों में छूट और अंतरराष्ट्रीय यात्रा शुरू करने को ध्यान में रखते हुए इसका देश के सार्वजनिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है।
बता दे किं, भारत में जीनोम सीक्वेसिंग SARS-COV-2जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) और NCDC के जरिए देश में टेस्टिंग और मॉनिट्रिंग की जा रही है। जो INSACOG की नोडल एजेंसी है। इसका उद्देश्य कोविड 19के वेरिएंट ऑफ कंसर्न के ट्रांसमीशन की ट्रैकिंग और मानिट्रिंग करना है।
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केंद्र ने राज्यों से ये सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि पॉजिटिव पाए जाने वाले यात्रियों के सैंपल्ल INSACOG की लैब्स में तुरंत भेजे जाएं। पत्र में यह भी कहा गया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार इन अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के संपर्कों पर बारीकि से नजर रखी जाए और उनकी टेस्टिंग की जए।