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नए पाकिस्तान को गर्त में ले जा रहे इमरान खान, भ्रष्टाचार में ऊंचाई छू रहा मुल्क- देखें भारत का क्या है हाल

नए पाकिस्तान को गर्त में ले जा रहे इमरान खान

पाकिस्तान में भ्रष्टाचार कितना बढ़ गया है यह इसी से पता चलता है कि पिछले साल एक खबर आई थी कि देश के बड़े-बड़े बीजनेसमैन जमकर भ्रष्ट्राचार कर रहे हैं। जिसके चलते प्रधानमंत्री इमरान खान खासा नाराज हुए थे लेकिन इससे वहां किसी को फर्क नहीं पड़ा। अब एक नई रिपोर्ट आई जिसके बाद पाकिस्तान को करारा झटका लगा है। इस रिपोर्ट के अनुसार पिछले एक साल में पाकिस्तान में भ्रष्टाचार नई ऊंचाईयों को छू रहा है। 180 देशों के भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक 2021 में 16 पायदान फिसलकर 140वें स्थान पर आ गया है। भारत की बात करें तो इस सूचकांक में वह 2020 की तरह 2021 में भी 85वें स्थान पर बना हुआ है। भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक 2021 में भारक का स्कोर 40 है और पाकिस्तान को सिर्फ 28 अंक मिले हैं। इस सूचकांक में 88 स्कोर के साथ डेनमार्क पहले स्थान पर है।

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दरअसल, ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (Transparency International) के भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक 2021 (Corruption Perceptions Index 2021) में पाकिस्तान को तगड़ा झटका लगा है। 2020 में भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक में पाकिस्तान का स्कोर 31 था। तब वह इस सूची में 124वें स्थान पर काबिज था। इमरान खान के सत्ता मे आने के बाद देश में भ्रष्टाचार के मामले तेजी से बढ़े हैं। 2018 में इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने के एक साल बाद 2019 में भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक में पाकिस्तान का स्थान 120 था। 2020 में मुल्क चर पायदान नीचे फिसलकर 124 वें स्थान पर आ गया और 2021 में 16 पायदान गिरकर 140वें स्थान पर आ गया।

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भारत की स्थिति

भारत पिछले साल की तरह इस बार भी 40 के स्कोर के साथ 85वें स्थान पर बना हुआ है। 2013 के बाद से इस सूचकांक में भारत की स्थिति काफी सुधरी है। 2014 और 2015 में भारत का स्कोर 38 था। 2016 में यह स्कोर बढ़कर 40 हुआ और 2017 में भी इसी पर स्थिर रहा। 2018 में भारत एक अंक के इजाफे के साथ भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक में अब तक के सर्वश्रेष्ठ 41 के स्कोर पर जा पहुंचा। 2019 में भी भारत का स्कोर 41 बना रहा। साल 2020 में भारत को एक अंक का नुकसान हुआ और वह दोबारा 40 के स्कोर पर जा पहुंचा। 2021 में भी भारत के स्कोर में कोई सुधार नहीं हुआ और अब भी यह 40 ही बना हुआ है।