पीएम मोदी ने देश के नाम संबोधन में शनिवार रात दो बड़े ऐलान किए। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे हालात में हमें सावधान रहने की जरूरत है। PM ने कहा कि 15 साल से 18 साल की आयु के बीच के जो बच्चे हैं, अब उनके लिए देश में वैक्सीनेशन शुरू होगा। अगले साल 3 जनवरी से इसकी शुरुआत की जाएगी। पीएम मोदी ने कहा कि 60 साल से अधिक उम्र के उन लोगों को भी बूस्टर डोज दिया जाएगा जो दूसरी गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं।
पीएम मोदी ने बच्चों के टीकाकरण का ऐलान करते हुए कहा कि यह देश की लड़ाई को तो मजबूत करेगा ही स्कूल कॉलेज में जा रहे हमारे बच्चों और उनके माता-पिता की चिंता दूर करेगा। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वॉरियर्स का देश को सुरक्षित रखने में बहुत योगदान है। वे आज भी कोरोना मरीजों की सेवा में बहुत समय बिताते हैं। इसलिए एहतियात के तौर पर सरकार ने निर्णय लिया है कि फ्रंट लाइन वॉरियर्स को 10 जनवरी से बूस्टर डोज दी जाएगी। अधिक आयु वाले लोग और जो पहले से किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, 60 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे लोग जो गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं वे अपने डॉक्टर की सलाह से एहतियाती डोज ले सकते हैं।
पीएम ने कहा कि आज आज जब वायरस म्यूटेशन कर रहा है तो हमारा विश्वास भी बढ़ रहा है। आज देश के बास 18 लाख आइसोलेशन बेड है। 5 लाख ऑक्सीजन बेड हैं। 5 लाख आईसीयू बेड हैं। आईसीयू और नॉन आईसीयू बेड विशेष तौर पर बच्चों के लिए हैं। आज देश में 3 हजार से ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट काम कर रहे हैं। 4 लाख ऑक्सीजन सिलेंडर देश को दिए गए हैं। राज्यों को जरूरी दवाओं की बफर स्टॉक तैयार करने में मदद की जा रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने इस साल 16 जनवरी से अपने नागरिकों को वैक्सीन देना शुरू कर दिया था। ये देश के सभी नागरिकों का सामूहिक प्रयास और सामूहिक प्रयास और सामूहिक इच्छाशक्ति है कि आज भारत 141 करोड़ वैक्सीन डोज के अभूतपूर्व और बहुत मुश्किल लक्ष्य को पार कर चुका है।
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