प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फार्मूले ने काम किया तो बहुत जल्दी ही देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम होने वाली हैं। जिन राज्यों में पेट्रोल-डीजल सैकड़ा लगा चुका है खास तौर पर उन राज्यों ने अगर पीएम मोदी के फॉर्मूले को लागू कर दिया तो वहां के लोगों को खास तौर पर बड़ी राहत मिलने वाली है। वैश्विक संकट के बीच तेल के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में पीएम मोदी ने कहा, आज की वैश्विक परिस्थितियों में केंद्र और राज्य सरकारों का तालमेल, सामंजस्य पहले से अधिक आवश्यक है। युद्ध की परिस्थिति से सप्लाई चैन प्रभावित हुई है, ऐसे माहौल में दिनों-दिन चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा, पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमत का बोझ कम करने के लिए केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में पिछले नवंबर में कमी की थी। राज्यों से भी आग्रह किया गया था कि वो अपने यहां टैक्स कम करें। कुछ राज्यों ने तो अपने यहां टैक्स कम कर दिया, लेकिन कुछ राज्यों ने अपने लोगों को इसका लाभ नहीं दिया गया। मेरा आग्रह है कि देशहित में राज्य भी टैक्स कम करेंगे तो जनता को फायदा होगा।
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, बीते दो वर्षों में कोरोना को लेकर ये हमारी 24वीं मीटिंग है। कोरोना काल में जिस तरह केंद्र और राज्यों ने मिलकर काम किया, उसने कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है। ये स्पष्ट है कि कोरोना की चुनौती अभी पूरी तरह टली नहीं है। ओमिक्रोन और उसके सब वैरिएंट्स किस तरह गम्भीर परिस्थिति पैदा कर सकते हैं, ये यूरोप के देशों में हम देख सकते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ नेशनल और ग्लोबल स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं। उनके सुझावों पर हमें सामूहिक दृष्टिकोण के साथ काम करना होगा। संक्रमण को शुरुआत में ही रोकना हमारी प्राथमिकता पहले भी थी, आज भी यही रहना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा, हमारे देश में लंबे समय के बाद स्कूल खुले हैं, ऐसे में कोरोना केस के बढ़ने से कहीं न कहीं अभिभावकों की चिंता बढ़ रही है। बच्चों के संक्रमित होने की खबरें सामने आ रही है। लेकिन संतोष की बात है कि बच्चों को वैक्सीन का कवच मिल रहा है। कल ही छह से 12 साल तक के बच्चों के लिए कोरोना टीकाकरण की अनुमति मिल गई है। पहले की तरह स्कूल में विशेष अभियान चलाने की जरूरत होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा, दो साल के भीतर देश ने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर ऑक्सीजन तक सुधार किया है। आज कोरोना की जो स्थिति है, उसमें यह जरूरी है कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों का आरटीपीसीआर टेस्ट जरूर किया जाए और पॉजिटिव आने वाले मरीजों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए जरूर भेजे जाएं। पीएम ने कहा, यह सुनिश्चित करें कि जनता में पैनिक न फैले। हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करने का काम चलता रहना चाहिए। सारी सुविधाएं संचालित स्थिति में हों, यह भी सुनिश्चित करें। अगर कहीं कोई समस्या है, उसे उच्च स्तर पर सुलझाया जाए।