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स्वदेश लौटे PM Modi,कहा-“ऑस्ट्रेलिया में मंदिर में तोड़-फोड़ स्वीकार्य नहीं”

तीन देशों के दौरे से स्वदेश लौटने के बाद गुरुवार सुबह नई दिल्ली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (फ़ोटो: सौजन्य: भाजपा)

ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों में तोड़-फोड़ की घटनाओं में वृद्धि का उल्लेख करते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया उनके साथ सहमत होती है, जब वह कहते हैं कि “तीर्थ स्थलों पर हमला स्वीकार्य नहीं है।”

राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए अपनी तीन देशों की यात्रा का समापन करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब भी वह इस तरह के मुद्दे को उठाने की कोशिश करते हैं, तो “दुनिया उन्हें सुनने के लिए उत्सुक” होती है। “मैं आपको बताना चाहता हूं कि भारत की संस्कृति और महान परंपरा के बारे में बोलते हुए कभी भी ग़ुलामी की मानसिकता में न पड़ें, साहस के साथ बोलें। दुनिया सुनने को आतुर है। दुनिया मुझसे सहमत होती है, जब मैं कहता हूं कि हमारे तीर्थ स्थलों पर हमला स्वीकार्य नहीं है।

इससे पहले पीएम मोदी तीन देशों जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की अपनी यात्रा के समापन के बाद सुबह दिल्ली के पालम हवाईअड्डे पर पहुंचे।

यात्रा का समापन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज दुनिया जानना चाहती है कि भारत क्या सोच रहा है।

पीएम मोदी ने कहा, ‘यहां के लोगों ने मुझसे पूछा कि मैंने दुनिया को वैक्सीन क्यों दी। मैं कहना चाहता हूं कि यह बुद्ध, गांधी की भूमि है। हम अपने दुश्मनों की भी परवाह करते हैं… आज दुनिया जानना चाहती है कि भारत क्या सोच रहा है।’

उन्होंने दुनिया में भारत के बढ़ते क़द और विश्व स्तर पर इसका सम्मान किए जाने के बारे में भी बात की और कहा कि यह विश्वास पूर्ण बहुमत बनाने से आता है और लोगों को उनकी सरकार में विश्वास जताने के लिए धन्यवाद दिया।

उन्होंने कहा,“जब मैं अपने देश की संस्कृति के बारे में बात करता हूं, तो मैं दुनिया की आंखों में देखता हूं। यह विश्वास इसलिए आया है, क्योंकि आपने देश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनायी है। जो लोग यहां आये हैं, वे भारत से प्यार करने वाले लोग हैं, पीएम मोदी से नहीं।”

आज सुबह उनके आगमन पर हवाई अड्डे पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के सदस्यों द्वारा प्रधानमंत्री का माल्यार्पण किया गया।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पीएम मोदी की सराहना करते हुए कहा, “दुनिया आपके गवर्नेंस मॉडल की सराहना करती है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आपका ऑटोग्राफ़ मांगा, इससे पता चलता है कि दुनिया आपके नेतृत्व में भारत को किस नज़र से देख रही है।”

“जिस तरह से पापुआ न्यू गिनी के पीएम ने आपके पैर छुए, उससे पता चलता है कि वहां आपका कितना सम्मान है। भारत के लोग गर्व महसूस करते हैं,जब वे देखते हैं कि हमारे प्रधानमंत्री का इस तरह स्वागत किया जा रहा है।”

पीएम मोदी के स्वागत के लिए पालम एयरपोर्ट के बाहर बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता और समर्थक भी जमा हुए।

पीएम मोदी ने आगे पापुआ न्यू गिनी में ‘थिरुक्कुरल’ पुस्तक के टोक पिसिन अनुवाद के विमोचन के बारे में बात की और कहा, “तमिल भाषा हमारी भाषा है। यह प्रत्येक भारतीय की भाषा है। यह दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है। मुझे पापुआ न्यू गिनी में ‘थिरुक्कुरल’ पुस्तक के टोक पिसिन अनुवाद का विमोचन करने का अवसर मिला।”

गुरुवार को सुबह 11 बजे पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देहरादून से दिल्ली जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाया। दिन भर की अन्य बैठकों के बीच पीएम कल शाम 7 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स, 2022 के उद्घाटन की घोषणा करेंगे।

अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और एक ऐतिहासिक सामुदायिक कार्यक्रम को भी संबोधित किया। उन्होंने कई व्यापारिक नेताओं और प्रतिष्ठित आस्ट्रेलियाई लोगों से भी मुलाक़ात की।

सिडनी ओलंपिक पार्क में कुडोस बैंक एरिना, सामुदायिक आयोजन स्थल, हजारों प्रवासी भारतीयों ने देखा, जिनमें से कई ने ऑस्ट्रेलिया में पीएम मोदी के संबोधन में भाग लेने के लिए एक विशेष “मोदी एयरवेज” में उड़ान भरी।

इस सामुदायिक कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलियाई पीएम अल्बनीस ने पीएम मोदी की सामूहिक अपील की तुलना प्रसिद्ध रॉकस्टार ब्रूस स्प्रिंगस्टीन से की थी, जो संयोग से अपने प्रशंसकों के बीच “द बॉस” के रूप में प्रसिद्ध हैं।

पीएम मोदी ने पालम हवाई अड्डे पर सभा को संबोधित करते हुए कहा, “सिडनी में भारतीय प्रवासी कार्यक्रम में न केवल ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने भाग लिया, बल्कि पूर्व पीएम, विपक्षी दलों के सांसदों और सत्तारूढ़ दल ने भी भाग लिया। यह लोकतंत्र की ताक़त है। इन सभी ने एक साथ भारतीय समुदाय के इस कार्यक्रम में भाग लिया।”

संक्षेप में तीन देशों की यह यात्रा एक्शन से भरपूर रही है। अपनी पूरी यात्रा के दौरान पीएम ने 12 से अधिक वैश्विक नेताओं के साथ बैठकें कीं। उन्होंने तीन शिखर सम्मेलनों में भाग लिया और 50 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया।

पीएम मोदी बीते शुक्रवार 19 मई को दिल्ली से जापान के लिए रवाना हुए थे। वहां से वह रविवार को पापुआ न्यू गिनी पहुंचे और फिर ऑस्ट्रेलिया में अपने अंतिम गंतव्य सिडनी गए।

यह तीनों देशों में अपने सभी चरणों में एक घटनापूर्ण यात्रा थी।

जापान में पीएम मोदी ने G-7 समिट के दौरान दुनिया के कई नेताओं से मुलाक़ात की और उनके साथ कई मुद्दों पर चर्चा की। इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की और यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी शामिल थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने 20 मई, 2023 को जापान के हिरोशिमा में प्रधान मंत्री के साथ व्यक्तिगत रूप से क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया था।