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Triple Talaq, यूनिफॉर्म सिविल कोड और पसमांदा मुसलमान…., PM Modi का 2024 के लिए एजेंडा सेट!

प्रधानमंत्री (PM Modi) ने मंगलवार को मध्यप्रदेश में एक साथ पांच वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद पीएम मोदी (PM Modi)ने राज्य में पार्टी के बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने भाषण से राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के साथ ही 2024 के लोकसभा चुनावों के प्रचार का भी शंखनाद कर दिया। पीएम मोदी ने बूथ कार्यकर्ताओं से कहा कि बीजेपी को बड़ा बनाने में मध्यप्रदेश का बड़ा योगदान है। इस कार्यक्रम में 10 लाख कार्यकर्ता वर्चुअली शामिल हुए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi)ने आज 2024 आम चुनाव का एजेंडा सेट कर दिया। भोपाल से देशभर के भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम ने एक तरफ पसमांदा मुसलमानों की चर्चा करते हुए तुष्टिकरण पर कांग्रेस की पिछली सरकारों को घेरा। दूसरी तरफ बहुप्रतीक्षित समान नागरिक संहिता (UCC) का मुद्दा भी छेड़ दिया। UCC का मुद्दा इसलिए भी अहम है क्योंकि यह भाजपा के चुनावी घोषणापत्र का एक ऐसा बचा हुआ वादा है जिसे पूरा किया जाना अभी बाकी है।

मोदी सरकार की प्राथमिकता लिस्ट में यूनिफॉर्म सिविल कोड टॉप पर

आज का कार्यक्रम लाइव था। अलग-अलग राज्यों से भाजपा कार्यकर्ता पीएम से बातचीत कर रहे थे। इसी क्रम में आए 2-3 सवालों के जवाब में पीएम ने 2024 लोकसभा चुनाव से पहले सरकार की तरफ से बड़ा इशारा दे दिया। जी हां, यूपी की रानी चौरसिया के सवाल पर पीएम ने समान नागरिक संहिता पर सारा भ्रम दूर कर दिया। उन्होंने संकेत दे दिया कि अगले चुनाव में जाने से पहले मोदी सरकार की प्राथमिकता लिस्ट में यूनिफॉर्म सिविल कोड टॉप पर है और उस दिशा में जल्द फैसला हो सकता है। रानी ने सवाल पूछते हुए कहा था कि कुछ लोग यूनिफॉर्म सिविल कोड का विरोध कर रहे हैं, जिससे मुस्लिम भाई-बहन को काफी भ्रम हो रहा है। भाजपा कार्यकर्ता होने के नाते उन्होंने पूछना चाहा कि लोगों को कैसे समझाएं। इसके बाद पीएम ने जो कहा वह 2024 से पहले कांग्रेस समेत सारे विपक्षी खेमे में खलबली मचाने के लिए काफी है।

 

तीन तलाक से पूरा परिवार तबाह

मोदी ने इस सवाल को पूछने के लिए भाजपा कार्यकर्ता को बधाई दी। आगे पीएम ने कहा कि जो भी तीन तलाक के पक्ष में बातें करते हैं। तीन तलाक की वकालत करते हैं, ये वोट बैंक के भूखे लोग मुस्लिम बेटियों के साथ बहुत बड़ा अन्याय कर रहे हैं। कुछ लोगों को लगता है कि तीन तलाक है तो सिर्फ महिलाओं की बात हो रही है। लेकिन नुकसान सिर्फ बेटियों को नहीं होता। 8-10 साल बाद अगर तीन तलाक दे दिया और बेटी घर वापस आती है तो सोचिए उस मां-बाप पर क्या बीतती है। उस भाई का क्या होगा। तीन तलाक से पूरा परिवार तबाह हो जाता है।

धर्म के एक वर्ग ने पसमांदा मुसलमानों का शोषण किया है

पीएम ने आगे पसमांदा मुसलमानों की चर्चा छेड़ दी। उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति करने वालों ने पसमांदा मुसलमानों का जीना मुश्किल कर रखा है। वे तबाह हो गए, उन्हें कोई फायदा नहीं मिला है। वे कष्ट में गुजारा करते हैं। उनके ही धर्म के एक वर्ग ने पसमांदा मुसलमानों का इतना शोषण किया है, लेकिन देश में इस पर चर्चा नहीं हुई। पसमांदा को आज भी बराबरी का हक नहीं मिलता। उन्हें नीचा और अछूत समझा जाता है। पसमांदा मुसलमान पिछड़े होते हैं। पीएम ने एक-एक करके पसमांदा मुसलमानों की जातियां गिनाईं। इस भेदभाव का नुकसान पसमांदा की कई पीढ़ियों को भुगतना पड़ा। लेकिन भाजपा सबका विकास की भावना से काम कर रही है। घर हो या स्वास्थ्य, मुसलमानों भाई-बहनों को भी पूरी सुविधा मिल रही है।

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