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गुजरात: PM Modi ने कहा- पुलिस के बारे में गलत धारणा बनी है, हमें इसे सुधारना होगा

PM Modi ने कहा- पुलिस के बारे में गलत धारणा बनी है, हमें इसे सुधारना होगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपनी गुजरात यात्रा के दूसरे दिन शनिवार को गांधीनगर में स्थित राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। यहां उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि, आजादी के बाद देश में सुरक्षा तंत्र में सुधार की जरूरत थी, हमें लोगों को नई चुनौतियों का सामने करने के लिए प्रशिक्षित करने की जरूरत है। उन्होंने देश की पुलिस की छवी पर भी बत की और कहा कि समाज को इसे सुधारने के लिए काम करना होगा।

पीएम मदी ने कहा कि, यह हमारे देश का दुर्भाग्य है कि फिल्मों में पुलिस की छवि को गलत चित्रण दिखाया जाता है। लेकिन, सोशल मीडिया पर हमने देखा कि कोरोनाकाल में पुलिस ने इतने अच्छे काम किए कि उनकी फोटो वायरल हुई। लोगों को दवा, खाना र अस्पताल पहुंचाया। पुलिस का मानवीय चेहरा इस कोरोना काल में दिखा। टेक्नोलॉजी का उपयोग करने पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि, इसके लिए ट्रेनिंग की जरूरत है. रक्षा क्षेत्र में केवल फिटनेस अच्छी होने से काम नहीं चलेगा। टेक्नोलॉजी में भी अपडेॉ होना पड़ेगा। इसके लिए ट्रेनर्स की जरूरत है। उन्होंने कहा कि, पूरे विश्व में एकमात्र फॉरेंसिक साइंस विवि और चिल्ड्रंस यूनिवर्सिटी केवल गांधीनगर में है।

इसके आगे उन्होंने कहा कि, पीएम मोदी ने कहा कि जेल की व्यवस्थाएं आ​धुनिक बनाना होंगी। अपराधी गुनाहों से बाहर कैसे निकलें, इस पर भी गंभीरता से काम करने की जरूरत है। इसके लिए यहां विशेषज्ञ तैयार करने होंगे जो अपराधियों को योग्य इंसान बना सकें। उन्होंने कहा कि रक्षा विवि का यह कैंपस लोगों और देश के लिए आदर्श बनेगा। इसके लिए मैं सभी को बधाई देता हूं। मैं समाज के अच्छे तबके के बच्चों से अपील करता हूं कि वे आएं और इसमें दाखिला लें। यह रक्षा विवि राष्ट्र की रक्षा करने वाले लोगों को बनाने वाली विवि है। फॉरेंसक साइंस विवि और रक्षा विवि देशभर में फैलना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में आगे कहा कि, आज प्राइवेट सिक्योरिटी की भी अच्छी डिमांड है। इसके लिए स्टार्टअप भी खुले हैं। मुझे विश्वास है कि मेरे नौजवान साथी देश को प्राथमिकता देत हुए आगे आ रहे हैं। विवि में ग्लोबल लेवल के नेगोशिएटर भी बनने की यहां अपार संभावनाएं हैं। हमें देश की रक्षा के लिए डेडिकेटेड फोर्स की जरूरत है। साथ ही उन्होंने कहा कि, यूनिफॉर्म की इज्जत बनाए रखना होगा। यह इज्जत तब बढ़ती है जब माता-बहनों पीड़ित, दलित के लिए कुछ करने की आकांक्षा होती है। मानवीय मूल्यों लको जीवन में अपनाना होगा। संकल्प लेना होगा कि लोगों का अपनापन इस यूनिफॉर्म के प्रति बना रहे। यूनिफॉर्म पहनकर भी मानवता का भान बना रहना चाहिए। इसके आगे उन्होंने कहा कि, रक्षा क्षेत्र में बेटियां आज अच्छी तादाद में हैं। सेना में बड़े पदों पर बेटियां आगे बढ़ रही हैं। एनससी में भी बेटियां हैं। एनसीसी को उन्नत बनाने के लिए सरकार काफी काम कर रही है।