Hindi News

indianarrative

‘Kaali’ विवाद पर PM Modi का बयान, बर्दाश्त न होगा मां काली का अपमान, विपक्षी और देशद्रोहियों के खड़े हुए कान

Kaali विवाद पर PM Modi का बयान

भारत में जब प्रोफेट मोहम्मद के बारे में कुछ भी बोल दिया जाए तो इससे पूरे देश में हंगामा खड़ा हो जाता है। कट्टरपंथी मुसलमानों जमकर जलती आग में हाथ सेकते हैं। ये मामला इंटरनेशनल लेवल पर भी पहुंच जाता है। लेकिन, जब हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक चीजें होती हैं तो इसपर यही कट्टरपंथी चुप हो जाते हैं। ऐसा लगता है कि, इनके जुबान में लकवा मार गया। इस वक्त फिल्म काली के एक पोस्टर को लेकर विवाद छीड़ा हुआ है। ये भारत है जहां पर हर किसी को बोलने, रहने की आजादी है। वरना कई ऐसे इस्लामिक देश हैं जहां पर चोरी करने पर हाथ और रेप करने पर मौत तक की सजा है। इन इस्तामिक देशों में धर्म के बारे में बोल कर तो देखें पूरा जिवन जेल या फिर मौत की सजा। भारत का ये बहुत ही बड़ा दुर्भाग्य रहा है कि, मां भारती के गोंद में पलने वाले ही उनके पीठ में खंजर घोंपते हैं। काली पोस्टर से जुड़े विवाद पर पीएम मोदी ने कहा है कि, हमारे देश पर देवी का आशीर्वाद है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देवी का देश पर आशीर्वाद है, जबकि उन्हीं की चेतना से आगे बढ़ने का रास्ता मिलेगा। एक समारोह में उन्होंने कहा कि, आज पूरी दुनिया सतत जीवन शैली की बात कर रही है, शुद्ध जीवन शैली की बात कर रही है, यह एक क्षेत्र है जिधर भारत के पास हजारों सालों का ज्ञान और अनुभव है। हमने सदियों तक इस दिशा में विश्व का नेतृत्व किया है। स्वामी रामकृष्ण परमहंस, एक ऐसे संत थे जिन्होंने मां काली का स्पष्ट साक्षात्कार किया था। उन्होंने मां के चरणों में अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया था। वो कहते थे- ये सम्पूर्ण जगत, ये चर-अचर, सब कुछ मां की चेतना से व्याप्त है। यही चेतना बंगाल की काली पूजा में दिखती है। यही चेतना बंगाल और पूरे भारत की आस्था में दिखती है।

बता दें कि, फिल्ममेकर लीना मणिमेकलाई की डॉक्यूमेंट्री 'काली' का एक पोस्टर कुछ दिनों पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। जिसमें मां का किरदार निभाने वाली कलाकार को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था। ये हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला थ जिसके चलते देशभर के लोगों ने इस फिल्म का बायकॉट किया। वहीं, पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा ने इस मसले पर एक बयान दिया, जिसके बाद यह मामला और भी गर्मा गया था। आलम यह था कि उनके खिलाफ कई शहरों में एफआईआर दर्ज हुई थीं।