ऋषि सुनक (Rishi Sunak) की शक्ल में ब्रिटेन के पीएम बनने से यूं तो हिंदुस्तानियों को पॉलिटिकली कुछ हासिल नहीं हुआ लेकिन अंग्रेजों के दिलों में खराशें महसूस हो रही हैं। ऋषि सुनक (Rishi Sunak) के पीएम बनने के बाद भारत के तथातकथित बुद्धिजीवियों की छाती पर सांप लोट रहा है। उधर, ब्रिटेन का पीएम नियुक्त होते ही एक ओर जहां ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने देश को आर्थिक तंगी से बाहर निकालने के काम शुरू कर दिए हैं वहीं अंग्रेजों के चाटुकार और गुलाम मानसिकता से ग्रस्त कांग्रेसी नेता किसी अल्पसंख्यक को प्रधानमंत्री बनाए जाने का स्यापा कर रहे हैं।
शायद कांग्रेसी यह भूल चुके हैं कि भारत के पहले पांच मानव संसाधन (शिक्षा) मंत्री और फखरुद्दीन अहमद, जाकिर हुसैन, ज्ञानी जैल सिंह, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रपति रह चुके हैं। मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री रह चुके हैं। दरअसल, यहां सवाल अल्पसंख्यक का नहीं बल्कि बीजेपी, खासतौर पर मुसलमानों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ माहौल तैयार करना है। यह कांग्रेस की वोट पॉलिटिक्स है। कांग्रेसी जानते हैं कि मुसलमान एक या दो फीसदी से ज्यादा बीजेपी को कभी वोट नहीं देंगे और हिंदू वोटर कई हिस्सों में बंटना तय है। इन हालातों में सूडो सेक्युलर वोट को इकट्ठा कर 2024 की लड़ाई अभी से शुरू कर दी जाए।
यहां कांग्रेसी अपनी कुत्ता फजीहत खुद ही भले ही करती रहे, लेकिन वहां गाय, गंगा और गणेश को पूजने वाले ऋषि सुनक (Rishi Sunak PM) ने अपना काम शुरू कर दिया है। किंग चार्ल्स तृतीय से नियुक्तिपत्र मिलने के दो घण्टे के भीतर ही ऋषि सुनक ने धूम-धड़ाका कर डाला। लिज ट्रस के ढीले और नाकारा साबित हुए तीन मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
I will unite our country, not with words, but with action.
I will work day in and day out to deliver for you.
Watch my speech from Downing Street 👇 pic.twitter.com/diOBuwBqXc
— Rishi Sunak (@RishiSunak) October 25, 2022
ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक (Rishi Sunak PM) ने साफ लहजों में कहा कि उन्हें पुराने लोगों की गलतियों को सुधारने के लिए चुना गया है। सुनक ने किंग चार्ल्स द्वितीय के साथ बैठक के एक घंटे के भीतर अपने वादे को पूरा करना शुरू कर दिया। सबसे खास बात यह कि पीएम के तौर पर पहली बार सम्बोधन के लिए आए तो रक्षासूत्र उनकी दाईं कलाई पर साफ दिखाई दे रहा था।
उन्होंने अपने नए मंत्रिमंडल की घोषणा से पहले पूर्व पीएम लिज ट्रस के मंत्रियों की टीम के कई सदस्यों के इस्तीफा देने को कहा है। अब तक तीन मंत्रियों को पद छोड़ने के लिए कहा जा चुका है। इनमें व्यापार सचिव जैकब रीस-मोग, न्याय सचिव ब्रैंडन लुईस और विकास मंत्री विक्की फोर्ड शामिल हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि जेरेमी हंट वित्त मंत्री बने रहेंगे।
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सुनक ने मंगलवार को किंग चार्ल्स तृतीय के साथ मुलाकात के बाद औपचारिक रूप से भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। प्रधान मंत्री सुनक 42 साल के सबसे युवा पीएम हैं और वो हिंदू हैं और वो पिछले 210 साल में ब्रिटेन के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री हैं।
प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर सुनक ने कहा कि वह देश के सामने गंभीर आर्थिक संकट का सामना सहानुभूतिपूर्ण तरीके से करेंगे और एक ‘‘ईमानदार, पेशेवर तथा जवाबदेह’’ सरकार का नेतृत्व करेंगे।
उन्होंने कहा कि बतौर मंत्री अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने ‘फरलो’ जैसी योजनाओं के माध्यम से आम लोगों और व्यवसाय की रक्षा के लिए वो सब कुछ किया, जो वह कर सकते थे। सुनक ने कहा, आज हम जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, मैं उनसे उसी तरह सहानुभूतिपूर्ण तरीके से निपटने का प्रयास करूंगा।’’ उन्होंने कहा कि वह अगली पीढ़ी पर ‘यह कहने के लिए ऋण नहीं छोड़ेंगे कि हम खुद भुगतान करने में अक्षम थे।‘