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कांग्रेस और सिद्धू को क्या हो गया है! आतंक की फैक्ट्री चलाने वाला पाकिस्तानी पीएम इमरान उनका भाई तो दुश्मन कौन?

गंभीर का सिद्धू पर हमला

भारत की पीठ में अक्सर खंजर घोंपने वाला पड़ोसी मुल्की पाकिस्तान कभी नहीं सुधर सकता, चाहे कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराना हो या फिर अतंरराष्ट्रय मंच पर कश्मीर का राग आलापना हो, पाकिस्तान झूठ बोलने में कभी पीछे नहीं हटता लेकिन, इसी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को इस वक्त कांग्रेस और राहुल गांधी के प्यारे और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू का कहना है कि इमरान खान उनके बड़े भाई जैसे हैं। नवजोत के इस बयान पर गौतम गंभीर ने उन्हें पाठ पढ़ाते हुए कहा है कि, पहले अपने बच्चों को बॉर्डर पर भेजे फिर आतंकी देश के पीएम इमरान खान को अपना भाई कहें।

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BJP नेता अमित मालवीय ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें पाकिस्तान के अधिकारी नवजोत का स्वागत कर रहे हैं जब वह पड़ोसी मुल्क में दरबार साहिब गुरुद्वारा गए थे। जब पाकिस्तानी अधिकारी नवजोत का स्वागत करते हैं तो वह कहते हैं- वो (इमरान खान) मेरा बड़ा भाई है, उसे बहुत प्यार। उनके इसी बयान के बाद सोशल मीडिया पर भूचाल आ गई है।

सिद्धू के इस बयान पर गौतम गंभीर ने कहा है कि, सिद्धू को पहले अपने बच्चों को सीमाओं पर भेजना चाहिए और फिर एक आतंकवादी राज्य के मुखिया को अपना बड़ा भाई कहना चाहिए। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सिद्धू का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है, जिसमें एक पाकिस्तानी अधिकारी इमरान खान की ओर से उनका स्वागत करते दिखते हैं और वह यह कहते हुए सुने जा रहे हैं कि खान उनके बड़े भाई जैसे हैं और वह उन्हें बहुत प्यार करते हैं।

गौतम गंभीर ने अपने एक बयान में कहा कि, नवजोत सिंह सिद्धू को अपने बच्चों को सीमा पर भेजना चाहिए। अगर उनके बच्चे सेना में होते, तो क्या वह अब भी करतारपुर साहिब में इमरान खान को अपना बड़ा भाई कहते? सिद्धू पिछले एक महीने के दौरान कश्मीर में 40 नागरिकों व सैनिकों की हत्याओं पर टिप्पणी नहीं करते हैं और उन लोगों के खिलाफ जाते हैं जो भारत की रक्षा करना चाहते हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि, सिद्धू का इससे बड़ा शर्मनाक बयान नहीं हो सकता। वह पाकिस्तानी सेना प्रमुख बाजवा को गले लगाते हैं, वह करतारपुर साहिब जाते हैं और इमरान खान को अपना बड़ा भाई कहते हैं। जब कैप्टन अमरिंदर सिंह भारत की रक्षा करना चाहते हैं और देश की बात करते हैं, तो सिद्धू ने सहयोग नहीं किया। इससे ज्यादा शर्मनाक क्या हो सकता है?

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इसके आगे गौतम गंभीर ने कहा कि, एसी के कमरों में बैठना आसान है या करतारपुर साहिब जाकर बोलना। उन्हें उन परिवारों से पूछना चाहिए जिन्होंने सीमाओं पर अपने बेटों को खो दिया है। वह किसकी जिम्मेदारी है? कुछ शर्म करें, राजनीति अपनी जगह होती है, लेकिन देश पहले आता है, राजनीति नहीं। उन्होंने कहा कि, देश समझ रहा है किस तरह की वह राजनीति कर रहे हैं, वह कैप्टन अमरिंदर और पंजाब सीएम चरणजीत चन्नी व प्रधानमंत्री के खिलाफ बोलते हैं। लोगों को उनकी बातों की परवाह नहीं है और जब भी उन्हें मौका मिलता है वह पाकिस्तान चले जाते हैं।