बिहार में एक बार फिर आतंक को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। कुछ समय पहले बिहार में ही कई बार बम ब्लास्ट हुआ जिससे भारतीय खुफियां एजेंसियों की नींद उड़ गई थी। मस्जिद से लेकर घरों तक में ब्लास्ट हुए और ये ब्लास्ट अपने आप ही हुए। जिसके बाद खुलासा हुआ कि, कई लोग आतंक से जुड़े हुए थे और घरों में ही बम बना रहे थे। घरों में से बम बनाने की सामग्री भी मिली थी। इधर अब एक बार फिर से यहां पर आतंक का पाठशाला खुल गया है। दिल्ली आइबी के इनपुट पर फुलवारीशरीफ की पुलिस टीम ने देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने वाले प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन सिमी के पूर्व सदस्य अतहर परवेज और झारखंड पुलिस से रिटायर्ड दारोगा मो जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया है। जिसके बाद एक और बड़ा खुलासा हुआ है कि, ये दोनो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना आगमन के समय पटना को दहलाने की साजिश रचे थे। पीएम मोदी के दौरे को लेकर देश की इंटेलिजेंस एजेंसियां अलर्ट मोड में थी। समय रहते एजेंसियों को इस साजिश का पता चल गया। आईबी के इनपुट पर स्थानीय पलिस सक्रिय हुई और साजिश रचने वाले परवेज और जलालुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया।
PFI और SDPI के हैं सदस्य
परवेज और जलालुद्दीन फुलवारीशरीफ में आतंक की पाठशाला चला रहे थे। ये यहां पर मार्शल आर्ट व शारीरिक शिक्षा के नाम पर देश विरोधी अस्त्र-शस्त्र चलाने की ट्रेनिंग दे रहे थे। ये दोनों फिलहाल पोपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) व सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआइ) के सक्रिय सदस्य हैं। इनके पास से पीएफआइ का झंडा, पंपलेट, बुकलेट व गुप्त दस्तावेज के साथ ही 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए मुहिम चलाने से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। परवेज फिलहाल फुलवारी के गुलिस्तान मोहल्ला में रह रहा था और रिटायर्ड दारोगा मो जलालुद्दीन के आमद पैलेस नया टोला में 16 हजार में किराये का फ्लैट लेकर पीएफआइ व एसडीपीआइ का कार्यालय खोल रखा था। जहां से देश विरोधी ट्रेनिंग दे रहे थे। पुलिस इस मामले में इडी से भी मदद लेगी। एएसपी ने कहा है कि, इनके खिलाफ कई पुख्ता साक्ष्य मिलने के बाद यह गिरफ्तारी हुई है।
एएसपी ने बताया कि, पकड़े गए दोनों सिमी के सभी अभियुक्तों की जमानत कराते रहे हैं। साथ ही स्थानीय, जिला स्तर, राज्य स्तर व राष्ट्रीय स्तर के पीएफआइ व एसडीपीआइ के सक्रिय सदस्य के रूप में आयोजित बैठकों में भाग लेते रहे हैं। ये बैठकों में लोगों के बीच सांप्रदायिकता व देश विरोधी जहर भरने के काम में शामिल थे। छह व सात जुलाई को अपने मकान में स्थित पीएफआइ कार्यालय में मार्शल आर्ट व शारीरिक शिक्षा के नाम पर देश विरोधी अस्त्र-शस्त्र की ट्रेनिंग, धार्मिक उन्माद फैलाने व आतंकवादी गतिविधि करने की बातें भी सामने आयी हैं। इन दो दिनों के अंदर कई लोगों को प्रशिक्षित किया गया।
सिर्फ इतना ही नहीं इन लोगों को इस्लामिक देशों से करोड़ों की फंडिंग भी हो रही थी। मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए पाकिस्तान, बांग्लादेश, तुर्की समेत अन्य इस्लामिक देशों से करोड़ों की फंडिंग मिलती थी। फुलवारी एएसपी मनीष कुमार सिन्हा ने बताया कि गिरफ्तार अतहर का भाई मंजर पूर्व में पटना में हुए बम ब्लास्ट जैसी आतंकी घटनाओं में शामिल रहा है। मंजर परवेज फिलहाल जेल में है। ये लोग आतंकी गतिविधियों को संचालित करने के साथ ही उसमें शामिल लोगों को जमानत भी कराते थे। इनके पास केरल, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु सहित कई राज्यों से छात्र प्रशिक्षण के लिए आ रहे थे। ये लोग अपने संगठन से जुड़े लोगों को देश में उन्माद फैलाने, जातीय विद्वेष फैलाने व एक समुदाय विशेष के प्रति धार्मिक कट्टरता पैदा करने सहित देश के विरुद्ध हर तरह की कट्टरपंथी और आतंकी गतिविधियों को संचालित करने में जुटे हुए थे।