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एक और Surgical Strike: पंजाब के राज्यपाल ने ड्रोन घुसपैठ के बाद पाकिस्तान के ख़िलाफ़ किया आह्वान

पंजाब के सीमावर्ती गांवों के अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान बीएसएफ़ अधिकारियों से बातचीत करते हुए पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित (फोटो: बीएसएफ़)

पाकिस्तान पर ड्रोन और ड्रग घुसपैठ के रूप में भारत के ख़िलाफ़ एक समर्पित गुप्त युद्ध छेड़ने का आरोप लगाते हुए पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के माध्यम से इसका जवाब दिया जाना चाहिए। राज्य के सीमावर्ती गांवों के अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए पुरोहित ने इस ख़तरे से लड़ने में सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की सराहना की।

पुरोहित ने कहा,”हर दिन आने वाले ड्रोन की मात्रा को देखें। यह किसी एक गिरोह या समूह का काम नहीं है, बल्कि इसमें पाकिस्तानी सेना और सरकार भी शामिल है। वे हमें अस्थिर करने के लिए हमारे ख़िलाफ़ एक गुप्त युद्ध छेड़ रहे हैं। वे नशे के साथ हमारी आने वाली पीढ़ियों को ताबह करने पर उतारू हैं। यह मेरा अधिकार तो नहीं है, लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें सही करने के लिए हमें एक या दो सर्जिकल स्ट्राइक करनी चाहिए। उम्मीद की किरण वर्तमान में हमारी एजेंसियों और सरकार द्वारा उठाए जा रहे क़दम हैं।”

ग़ौरतलब है कि पाकिस्तान से ड्रोन घुसपैठ पिछले साल से दोगुनी बढ़ गयी है और बीएसएफ़ औसतन हर दूसरे दिन एक ड्रोन को गिरा रही है। बीएसएफ़ के रिकॉर्ड के अनुसार, इस साल 31 मई तक पंजाब सीमा पर 100 से अधिक घुसपैठ की सूचना मिली है और वे अब तक 15 को मार गिराने में सफल रहे हैं। पंजाब पुलिस ने जुलाई 2022 से मार्च 2023 तक 1540 बड़ी मछलियों सहित 10576 नशा तस्करों को गिरफ़्तार किया है। इनमें से अधिकतर सीमावर्ती इलाक़ों से पकड़े गये हैं। पुलिस ने कुल 7999 प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की हैं, जिनमें से 915 नशे के कारोबार से संबंधित हैं।

राज्यपाल ने कहा कि उनकी इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य राज्य और केंद्रीय एजेंसियों के साथ बैठक कर प्रतिक्रिया प्राप्त करना और बेहतर समन्वय में सहायता करना था। उन्होंने पाकिस्तान की योजनाओं को विफल करने के लिए लगातार प्रयासों के लिए बीएसएफ़, एनआईए और अन्य एजेंसियों की सराहना की। पुरोहित ने राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि जब सैनिक सीमा पर तैनात हैं, तो वे उन्हें सर्वश्रेष्ठ तकनीकी सहायता दिलाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एजेंसियों ने सीमा पर एक मेगा सीसीटीवी निगरानी का अनुरोध किया है और उन्होंने इसकी सिफ़ारिश कर दी है।

इस दौरान उन्होंने डीआईजी बॉर्डर रेंज नरेंद्र भार्गव द्वारा सात जून को पठानकोट सीमा क्षेत्र में ड्रोन के माध्यम से तस्करी रोकने के लिए शुरू की गयी ‘ड्रोन इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम’ की प्रशंसा की और पूरे सीमा क्षेत्र में इस प्रणाली को लागू करने के निर्देश दिए। “इस पहल के तहत ‘ग्राम पुलिस अधिकारी’ और पुलिस द्वारा तैनात ग्राम रक्षा समिति के 2 सदस्य रात भर गश्त पर रहेंगे और जब भी ड्रोन की आवाजाही दिखायी देगी, वे अलार्म बजायेंगे। यह न केवल ड्रोन को नीचे लाने में मदद करेगा, बल्कि ड्रोन द्वारा गिराये जा रहे सभी ड्रग्स और हथियारों की खेप को बरामद करने में भी मदद करेगा।’

पुरोहित ने नागरिक और पुलिस प्रशासन की मदद से भारत-पाकिस्तान सीमा के 10 किलोमीटर के भीतर छह सीमावर्ती ज़िलों में ‘ग्राम रक्षा समितियों’ के गठन की भी घोषणा की। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्र के युवाओं की वैज्ञानिक तरीक़े से शिक्षा बढ़ाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में एक मोबाइल विज्ञान प्रयोगशाला प्रदान करने की भी घोषणा की।