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केन्द्र की यह योजना निराशाओं से भरे चेहरे पर आशाओं के मुस्कान लाये हैं।

केन्द्र की योजना के बाद चिंता मुक्त हुई रेहाना

मौजूदा वक्त में देश दुनिया जहां तरक्की के नित नयी इबारत लिख रहा है,वहीं आज भी हमारे देश के ग़रीब और मध्यमवर्गीय परिवार में बेटी के जन्म से ही उसके उज्जवल भविष्य की चिंता हर माता-पिता को होने लगती है। ग़रीब मां-बाप अपनी बेटी की बेहतर शिक्षा और समय आने पर उसका विवाह एक संपन्न परिवार में कराने के लिए रात-दिन मेहनत करते हैं और पाई-पाई जोरकर अपने बच्चों का भविष्य उज्जवल करने की चिंता में लग जाते हैं।

लेकिन, अब ऐसे मां-बाप को चिंता करने की ज़रूरत नहीं है,क्योंकि अब मोदी सरकार ने सभी ग़रीब और मध्यम वर्गीय परिवारों की इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए एक ऐसी योजना लायी है,जो न सिर्फ़ बेटी की विवाह संपन्न परिवार में कराने में समर्थ है,बल्कि बेटी की बेहतर औऱ उच्च शिक्षा में भी कारगर साबित होगा। ग़रीब औऱ मध्यम वर्गीय परिवारों की इन्हीं समस्याओं को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की।

प्रधानमंत्री की यह योजना निराशाओं से भरे चेहरे पर आशाओं के मुस्कान लाये हैं,जिसकी रेहाना को भी ज़रूरत थी। रेहाना उत्तराखंड के दहरादून स्थित एतमलपुर बांग्ला की रहने वाली एक विधवा है। रेहाना के शौहर बुढी मां,पत्नी और और तीन बच्चों को छोड़ इस दुनिया से रुख़सत हो गये। पहाड़ सा जीवन रेहाना को सताने लगा कि आख़िर एक बेटे और दो छोट-छोटी बेटियों का भविष्य का क्या होगा। कैसे अपने इन तीनों बच्चों के भविष्य को वो रास्ते पर ला पायेगी। जबकि घर चलाने के नाम पर रेहाना और उसकी सास को सिर्फ़ विधवा पेंशन के नाम पर कुछ पैसे प्रति माह आते हैं,जिससे उनको किसी तरह दो वक्त की रोटी नसीब हो जाती है। ऐसे में दो बेटियों का भविष्य कैसा होगा, उसकी चिंता रेहाना को परेशान करता था।

लेकिन, ऐन वक्त पर रेहाना की मुलाक़ात गांव के प्रधान से हो गयी, प्रधान ने रेहाना को प्रधानमंत्री मोदी की अतिमहत्वाकांक्षी सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में बताया। रेहाना को जब मालूम हुआ कि उनकी बेटियों का भविष्य सुकन्या समृद्धि योजना से अच्छा हो सकता है,तो बिना देर किये रेहाना ने पोस्ट ऑफिस में अपनी बेटी का खाता खुलवाया,और अब रेहाना कुछ हद तक अपनी बेटियों की चिंता से मुक्त है। उसे मालूम है कि जब उनकी बेटी 21 साल की हो जायेगी, तो उसे 6 लाख रुपए मिलेंगे।इससे वह अपनी बेटी का भविष्य बेहतर कर सकती है।इसके लिए रेहाना ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि मोदी सरकार बेटियों की चिंता कर रही है। लिहाज़ा उन जैसी मां चिंता मुक्त हैं।

केन्द्र सरकार की ओऱ से शुरु की गयी यह सुकन्या समृद्धि योजना जहां बेटियों के उज्जवल भविष्य के लिए फ़ायदेमंद साबित हो रहा है,वहीं ग़रीबों औऱ मध्यम वर्गीय परिवारों की बेटियों के लिए एक ऐसा साधन साबित होने लगी है,जहां सुकून है।