केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को भारतीय युवाओं के लिए सशस्त्र बलों में सेवा के लिए एक भर्ती योजना को मंजूरी दी। इस योजना को अग्निपथ कहा है और इस योजना के तहत चुने गए युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती होने वाले अग्निवीरों की चार साल की सेवाओं और कौशल को मान्यता देने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके आधार पर अग्निवीर आसानी से स्नातक कोर्सों में दाखिले ले सकेंगे, जहां उन्हें अपने इस कौशल अनुभव का लाभ मिलेगा यूजीसी के चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने कहा कि अग्निपथ युवाओं के विकास से जुड़ी अहम योजना है।
इस योजना के तहत सशस्त्र सेनाओं से जुड़ने वाले युवाओं में बड़ी संख्या कौशल विकास व तकनीकी क्षेत्र से जुड़े युवाओं की होगी। ऐसे में इनके अनुभवों के आधार पर एक फ्रेमवर्क तैयार किया जाएगा, जिसमें चार साल के उनके अनुभव को जोड़ा सकेगा। इस दिशा में यूजीसी जल्द ही काम शुरू करेगा।
महज 4 चार के लिए सेना में भर्ती
बता दें कि अग्निपथ भर्ती योजना के तहत सैनिकों को सिर्फ चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा। इसके लिए युवक की उम्र 17.5से 21साल तक होनी चाहिए। इस तरह सेनाओं में छोटी अवधि के लिए सैनिकों की भर्ती का मार्ग प्रशस्त होगा। इस योजना के तहत थल सेना, वायु सेना और नौसेना में युवकों की भर्ती की जाएगी। इस योजना से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
जानिए कितना मिलेगा पैकेज
राजनाथ सिंह ने प्रेस कान्फ्रेंस में बताया कि अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को पहले साल 4.76लाख का सालाना पैकेज मिलेगा। ये पैकेज चौथी साल तक बढ़कर ये 6.92लाख तक पहुंच जाएगा यानि 57हजार रुपये से ऊपर। चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को 11.7लाख रुपए की सेवा निधि दी जाएगी। इस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
युवकों को सेना में बने रहने का मिल सकता है मौकागौरतलब है कि सरकार की इस योजना का लक्ष्य रक्षा बलों का खर्च और उम्र घटाने के सरकार के प्रयासों को धरातल पर उतारना है। चार साल के बाद 80प्रतिशत सैनिकों को कार्यमुक्त कर दिया जाएगा और आगे रोजगार के अवसर मुहैया कराने में सेना उनकी मदद करेगी। 20प्रतिशत युवकों को सेना में बने रहने का मौका मिल सकता है।