उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए सारी राजनीतिक पार्टियों ने कम कस ली है। समाजवादी पार्टी इस पर पूरी तैयारी के साथ बीजेपी को हराने के लिए मैदान में उतरेगी साथ ही बसपा और कांग्रेस भी बीजेपी का वोट काटने में कोई कसर नहीं छोड़ने वाली हैं। लेकिन इससे पहले ही बीजेपी लगातार अपने विपक्षी दलों को झटके पे झटका दे रही है। अब भाजपा ने कांग्रेस को करारा झटका दे दिया है। कांग्रेस के स्टार प्रचारक आरपीएन सिंह ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है। उत्तर प्रदेश के प्रभारी धर्मेंद्र सिंह और यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्या ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
बीजेपी ज्वाइन करने के बाद आरपीएन सिंह ने कहा का, ''32 सालों तक मैं एक पार्टी में रहा। ईमानदारी और लगन से मेहनत की। लेकिन जिस पार्टी में इतने साल रहा वह पार्टी अब रह नहीं गई, ना वह सोच रह गई। राष्ट्र निर्माण के लिए मैं जो भी संभव होगा करूंगा। बहुत सालों से लोग मुझे कहते थे कि बीजेपी में आपको जाना चाहिए। बहुत समय से सोचा लेकिन देर आए दुरुस्त आए। आज यूपी में चूनाव चल रहे हैं, चार और राज्यों में चुनाव हैं। यूपी हिन्दुस्तान का दिल है। पिछले सात सालों में पीएम के नेतृत्व में जो बड़ी योजनाएं यूपी में हुईं हैं, पूरे उत्तर प्रदेश ने देखा है। पिछले पांच साल में डबल इंजन की सरकार ने जिस तरह बड़ी योजनाएं, मुझे गर्व है कि मैं पूर्वांचल से हूं, वहां जो सपने देखे जाते थे आज वह हकीकत बना है। बहुत सालों से यूपी में राजनीति कर रहा हूं। जिस तरह इस सरकार ने कानून व्यवस्था ठीक की है,…। मैं फिर से आप सबको विश्वास दिलाता हूं कि देश और यूपी के निर्माण में जो भी मुझे काम देंगे उसे पूरा करूंगा।''
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दिलचस्प यह है कि एक दिन पहले ही कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों की जो लिस्ट जारी की है उसमें आरपीएन सिंह का भी नाम है। पडरौना राजघराने से आने वाले आरपीएन के जरिए बीजेपी एक तीर से दो निशाना साधने जा रही है। बीजेपी उन्हें स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ पडरौना से उतार सकती है।
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कुशीनगर के पडरौना के रहने वाले आरपीएन सिंह 1996 से 2009 तक पडरौना से कांग्रेस के विधायक रहे हैं। 2009 में वह कुशीनगर (तत्कालीन पडरौना लोकसभा) सीट से लोकसभा सांसद चुने गए। इसके साथ ही यूपीए-2 की सरकार में वो सड़क परिवहन, पेट्रोलियम और गृह राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। आरपीएन सिंह, राहुल गांधी की टीम के अहम चेहरा रहे हैं। एक समय था जब ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, सचिन पायलट और आरपीएन सिंह को राहुल के सबसे करीब बताया जाता है। सिंधिया और जितिन प्रसाद पहले ही बीजेपी में शामिल हो चुके हैं अब आरपीएन सिंह के आ जाने के बाद राहुल गांधी के पास सिर्फ सचिन पायलट ही बचे हैं।