मुंबई रेलवे विकास निगम (एमआरवीसी) ने शहर के उपनगरीय रेल नेटवर्क में पुरानी मुंबई लोकल की जगह वंदे भारत मेट्रो चलाने के लिए 2,856 कोच ख़रीदने के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इस अत्याधुनिक एसी ट्रेनों का निर्माण भारतीय रेलवे द्वारा एक विदेशी भागीदार के सहयोग से किया जायेगा। इन सेमी-हाई स्पीड ट्रेनों का पहला सेट 2025 में शुरू होगा। 2030 तक इस मुंबई लोकल की जगह इन नयी 16 कोच वाली ट्रेनों के शुरू होने की उम्मीद है।
वंदे मेट्रो ट्रेनों की गति 220 किमी प्रति घंटे तक होने की उम्मीद है, लेकिन यह 160 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से संचालित होंगी।
लंबी दूरी के मार्गों पर सेमी हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेनों की सफलता के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पहले ही आधुनिक वंदे मेट्रो ट्रेनें शुरू करने की सरकार की योजना की घोषणा कर दी थी।
वंदे भारत मेट्रो ट्रेनें मुंबई शहरी परिवहन परियोजना 3 और 3ए का हिस्सा हैं, जिसमें क्रमशः 10,947 करोड़ रुपये और 33,690 करोड़ रुपये का निवेश है।
वंदे मेट्रो ट्रेनें यात्री सुविधा बढ़ाने वाली कई आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी। स्वचालित दरवाज़ा बंद करने की प्रणाली चढ़ने और उतरने के दौरान सुरक्षा और दक्षता में सुधार भी शामिल होंगे। पूरी तरह से सुसज्जित ये कोच यात्रियों को एक सहज और भव्य यात्रा अनुभव प्रदान करेंगे। बड़े डिजिटल डिस्प्ले पैनल वाले इंफ़ोटेनमेंट सिस्टम तत्कालिक समय की जानकारी प्रदान करेंगे, जिसमें गतिशील मार्ग मानचित्र, रास्ते में आने वाले स्टेशनों और गंतव्यों के स्पष्ट संकेत,तत्कालिक समय बताने वाली घड़ियां और दरवाज़े खोलने वाले पहलू शामिल होंगे।
इसके अतिरिक्त, प्रत्येक ट्रेन डिब्बे के दोनों किनारों के साथ-साथ आगे और पीछे स्थित डिजिटल गंतव्य बोर्ड, यात्रियों के लिए यात्रा जानकारी की स्पष्ट विजिबिलिटी सुनिश्चित करेंगे।
यात्रियों की विविध आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए वंदे मेट्रो ट्रेनों में दोनों छोर पर सामान रखने वाले डिब्बे की सुविधा होगी।