उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां जोरो-शोरो से तैयारी कर रही है। इस कड़ी में पार्टियों के स्टार प्रचारक लुभावने चुनावी वादे करके जनता को अपनी ओर आर्कर्षित कर रहे है। इस कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों से बड़ा वादा किया। शाह ने कहा- 'अगर उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार दोबारा सत्ता में आती है तो गन्ने के भुगतान में देरी पर किसानों को ब्याज का भुगतान किया जाएगा।' सहारनपुर में मतदाताओं को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि कुछ किसानों ने मुझसे कहा कि गन्ने के भुगतान में देरी हो रही है। देरी के लिए उस मिल से वसूली की जाएगी और किसानों को गन्ने का भुगतान ब्याज सहित किया जाएगा।
इस दौरान अमित शाह ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में 42 चीनी मिलें हैं, जिनमें से 21 मिलों को सपा और बसपा ने बंद कर दी है। पहले सपा शासन के दौरान बिजली लगातार नहीं आती थी लेकिन बीजेपी सरकार ने शहरों में चौबीस सौ घंटे और गांवों में लगभग 22 घंटे बिजली देने का काम किया है। सबसे ज्यादा टीकाकरण उत्तर प्रदेश में हुआ, आपने खुद ली गई वैक्सीन के बारे में लोगों को गुमराह किया। आप हर चीज में मोदी देखते हैं, आप अपने घर में सब्जियों में भी मोदी को देखते हो। हमारी सरकार के तहत, खाद्य योजना लोगों को भोजन उपलब्ध कराने का काम किया जा रहा है।'
अमित शाह ने मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर समाजवादी पार्टी सरकार की भी आलोचना की और दावा किया कि जो लोग दंगों में शामिल थे उन्हें पीड़ित बनाया गया और पीड़ितों को आरोपी बनाया गया और सिर्फ तुष्टिकरण के लिए उन्हें सलाखों के पीछे डाल दिया गया। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने अपने शासन काल में हर जिले को एक मिनी मुख्यमंत्री, एक बाहुबली, एक घोटाला और एक दंगा दिया। यही सपा के लिए विकास की परिभाषा थी। इसके विपरीत भाजपा सरकार ने एक उत्पाद (एक जिला) दिया। एक उत्पाद योजना, एक प्रमुख उद्योग और प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज दिया।