हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रियोदशी तिथि को धनतेरस के रूप में मनाया जाता है। धनतेरस से त्योहार शुरु हो जाते हैं। धनतेरस पर खरीददारी करने की परंपरा चलती आ रही है। कुछ लोग तो सोने या चांदी की चीजें खरीदते हैं। वहीं कुछ लोग स्टील, पीतल या तांबे आदि के बर्तन भी खरीद करते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी चीज बताने जा रहे हैं, जिसे खरीदते ही आपके घर रुपयों की बारिश होने लगेगी। मां लक्ष्मी खुद आप पर कृपा बरसाएंगी। आखिर क्या हैं ये इकलौती चीज, चलिए आपको बताते हैं।
आप पीतल जरुर खरीदें, क्योंकि भगवान धनवंतरी को पीतल धातु बेहद प्रिय हैं। धनवंतरी को नारायण भगवान विष्णु का रूप माना जाता है। इनकी चार भुजाएं हैं, जिनमें से दो भुजाओं में वे शंख और चक्र धारण किए हुए हैं। दूसरी दो भुजाओं में औषधि के साथ वे अमृत कलश लिए हुए हैं। यह अमृत कलश पीतल का बना हुआ है क्योंकि पीतल भगवान धनवंतरी की प्रिय धातु है। मान्यता है कि इस दिन पीतल खरीदने से घर की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं। तेरह गुना अधिक लाभ मिलता है।
भूलकर भी न खरीदें ये चीजें-
स्टील और प्लास्टिक की चीजें- धनतेरस पर स्टील और प्लास्टिक की चीजों को नहीं खरीदना चाहिए। धनतेरस पर प्लास्टिक या स्टील से बनी चीजों को खरीदना अशुभ माना जाता है।
एल्युमिनियम और लोहे की चीजें- धनतेरस पर एल्युमिनियम खरीदना आपको मुश्किलों में डाल सकता है। ज्योतिष शास्त्र में एल्युमिनियम को दुर्भाग्य का प्रतीक माना जाता है। क्योंकि इस पर राहु का प्रभाव होता है। इसी तरह से लोह शनिदेव से संबंधित है।
काले रंग की चीज- धनतेरस पर काले रंग की कोई भी चीज घर न लाएं, इसे अशुभ माना जाता है।
नुकीली चीजें- धनतेरस पर नुकीली या धारदार चीजों को नहीं खरीदना चाहिए। यहां तक कि सुई भी न खरीदें। मान्यता है कि ये घर में अशांति का कारण बनती हैं।
कांच के बर्तन- धनतेरस पर कांच के बर्तन नहीं खरीदने चाहिए। कांच का संबंध राहु से माना जाता है। इसलिए इस दिन कांच के बर्तनों को खरीदने से बचना चाहिए।