ज्यादातर लोग अपना बिजनेस शुरु करने का सपना देखते है। लेकिन पैसों के अभाव या रिस्क लेने के डर से कदम नही उठा पाते। अगर आप भी अपना बिजनेस प्लान कर रहे हैं तो इसमें अब आपकी मदद मोदी सरकार भी करेगी। दरअसल, मोदी सरकार आपको बिजनेस का जबरदस्त मौका दे रही है। इस बिजनेस में आपको कमाई ही कमाई होगी। केंद्र सरकार 'प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र' खोलने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रही है। इसमें आप कम लागत में अधिक कमाई कर सकते हैं। चलिए आपको बताते है इसके लिए आपको क्या करना होगा-
सबसे पहले 'रिटेल ड्रग सेल्स' का लाइसेंस जनऔषधि केंद्र के नाम से लेना होता है।
आप अधिकृत वेबसाइट https://janaushadhi.gov.in/ से फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं।
फॉर्म डाउनलोड करने के बाद आपको आवेदन ब्यूरो ऑफ फॉर्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग ऑफ इंडिया के जनरल मैनेजर के नाम से भेजना होगा।
मैनेजर के हस्ताक्षर होते ही आप अपना ये काम शुरु कर सकते है।
सरकार ने तीन कैटेगरी में बांटी जनऔषधि केंद्र
पहली कैटेगरी में कोई भी व्यक्ति, बेरोजगार फार्मासिस्ट, कोई डॉक्टर या पंजीकृत मेडिकल प्रैक्टिशनर जन औषधि केंद्र खोलने का पात्र होता है।
दूसरी कैटेगरी में ट्रस्ट, एनजीओ, प्राइवेट अस्पताल, स्वयं सहायता समूह वाले आते हैं।
तीसरी कैटेगरी में राज्य सरकारों की तरफ से नॉमिनेट की गई एजेंसियों को मौका मिलता है।
जनऔघधि केंद्र के बिजनेस में कमाई अच्छी होती है। इसे खोलने पर दवा की बिक्री पर 20 फीसदी मार्जिन दुकान चलाने वालों को दिया जाता है। इतना ही नहीं, इसमें नॉर्मल और स्पेशल इंसेंटिव का भी प्रावधान है। नॉर्मल इंसेंटिव के रूप में सरकार दवा की दुकान खोलने में आने वाले खर्च को वापस लौटा देती है। जनऔषधि केंद्र एक ऐसी स्कीम है जिसके तहत आम लोगों को कम कीमत पर दवाएं उपलब्ध कराई जाती है, इसके जरिये केंद्र सरकार लोगों को सस्ती दरों पर दवाएं मुहैया कराती है।