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Pakistan इमरान खान की विदाई तय, परवेज खटक होंगे नए PM! जनरल बाजवा ने दिया नियाजी हटाओ ऑप्रेशन को अंजाम

पाक आर्मी चीफ जनरल बाजवा ने इमरान हटाओ ऑपरेशन को दिया अंजाम

पाकिस्तान में इमरान खान सरकार की सरकार लगभग जा चुकी है। परवेज खटक पाकिस्तान के अगले पीएम हो सकते हैं। हालांकि शाह महमूद कुरैशी भी प्रधानमंत्री बनने की होड़ में थे। पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा व्यवहारिक तौर पर कुरैशी के नाम पर लगभग तय थे लेकिन सिद्धांत आड़े आ रहे थे। दूसरी बात यह है कि चीन के बाद पाकिस्तान का सबसे बड़ा ‘डोनर’ सऊदी अरब शाह महमूद कुरैशी के नाम पर राजी नहीं था।

हालांकि आर्मी चीफ ने सरकार और विपक्ष के सभी नेताओं को बुलाकर साफ-साफ कह दिया कि अगर पाकिस्तान के माथे पर एक बार फिर फौजी हुकूमत का कलंक नहीं लगाना चाहते हो तो अपने बीच से ही इमरान खान की जगह किसी नए लीडर के नाम का ऐलान करें। चूंकि इमरान खान के इस्तीफे के बाद पीटीआई की सरकार बनने की कोई गुंजाइश नहीं बचती थी इसलिए ज्वाइंट अपोजीशन के लीडर यानी पाकिस्तान के अगले पीएम के तौर पर खुर्शीद शाह का नाम सामने आया उसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री खाकन अब्बासी का था। लेकिन इमरान खान सरकार की गलतियों का खामियाजा विपक्ष अपने कंधों पर नहीं लेना चाहता था। आखिरकार आर्मी चीफ बाजवा इस बात पर राजी हो गए कि कुरैशी नहीं बल्कि नए प्रधानमंत्री परवेज खटक हो सकते हैं।

ऐसा भी कहा जा रहा है कि इमरान खान के इस्तीफे और परवेज खटक के हलफ उठाने की तारीख भी तय हो चुकी है। इमरान खान को हटाने का ऑप्रेशन आर्मी चीफ बाजवा खुद हेंडल कर रहे हैं। इमरान खान ने आर्मी चीफ बाजवा से 60 दिन की मौहलत मांगी थी। पाकिस्तानी मीडिया के एक वर्ग का कहना है कि 60 दिनों की इस मियाद में से काफी समय बीत भी चुका है। इसलिए अब नए पीएम के नाम की खुसफुसाहट शुरू हो चुकी है। आर्मी चीफ बाजवा ने इमरान हटाओ ऑप्रेशन को अंजाम देने से पहले अपोजीशन से कह दिया था अगर एकराय नहीं हुए तो मार्शल लॉ के लिए उन्हें दोष न दिया जाए। इसी दौरान पाकिस्तान के दिग्गज पत्रकार नजम सेठी को पर्सनल मैसेज लेकर लंदन नवाज शरीफ के पास भेजा गया था। आर्मी चीफ के इस अनौपचारिक मैसेज पर नवाज शरीफ ने हामी भर दी। इसी के साथ ऑप्रेशन को सरअंजाम दिया जाने लगा।

आर्मी चीफ बाजवा ने संभावित नए पीएम परवेज खट्टक और विपक्ष के सभी नेताओं से कहा है कि वो सत्ता हस्तांतरण और पाकिस्तान में अगले चुनावों के सारे कार्यक्रम पहले से तय कर लें। ताकि आम चुनावों से पहले सरकार और विपक्ष में तकरार न हो साथ ही अगली सरकार ऐसे कदम उठाए जिससे अवाम को फौरी तौर पर सत्ता परिवर्तन से राहत महसूस हो। 

इमरान खान को हटाए जाने की खबरों ने उन लोगों को बहुत बड़ा झटका लगा है जो पाकिस्तान में क्रांति लाने के दावे कर रहे थे। वहीं अधिकांश पाकिस्तानी इस बात पर खुश हो रहे हैं ‘तब्दीली’लाने वाला पीएम अब तब्दील होने जा रहा है। पाकिस्तान में मंहगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से जूझ रही अवाम किसी भी सूरत में इमरान को प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने या बर्खास्त किए जाने की मांग कर रही थी। इमरान खान को हटाए जाने की आशंका तो उसी वक्त से दिखाई देने लगीं थीं जह यह सुना गया कि भारत से अफगान को मदद के हवाई जहाज से नहीं बल्कि ट्रकों के जरिए पहुंचाएगा। पाकिस्तान भारतीय मदद काफिले को रास्ता देने के लिए राजी हो गया है। इमरान खान के प्रधानमंत्री रहते ये स्वप्न देखने जैसी बात थी।

पाकिस्तानी आर्मी चीफ बाजवा भारत के साथ व्यापार शुरू करने के पक्ष में रहे हैं। उन्होंने पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान और सेंट्रल एशिया तक भारत के व्यापारिक काफिलों को रास्ता देने की वकालत की थी। मगर अड़ियल इमरान खान ने ऐसा करने से इंकार कर दिया था। जैस-जैसे इमरान खान की विदाई की वेला नजदीक आ रही है वैसे-वैसे रिश्ते बहाल होने और भारत की दशकों पुरानी इच्छा पूरी होने वाली है।