Hindi News

indianarrative

“आप तब पैदा भी नहीं हुए थे जब …” पाक सेना अधिकारी पर जमकर बरसे Imran Khan

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख (Imran Khan) और पाक सेना आमने-सामने नजर आ रही है (Image: AP\Reprensentative image)

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को जमानत मिलने के बावजूद जारी घमासान अभी थमा नहीं है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख (Imran Khan) और पाक सेना आमने-सामने नजर आ रही है।इस बीच, इमरान खान ने शनिवार को देश के नाम अपने पहले संबोधन में सेना को राजनीति में आने के लिए अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आप राजनीति में कूद गए हैं। आप अपनी खुद की पार्टी क्यों नहीं बना लेते हैं।

मुझे पाखंडी और सेना विरोधी कहने के लिए आपको खुद पर शर्म आनी चाहिए: Imran Khan

इमरान खान (Imran Khan) की यह टिप्पणी इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के महानिदेशक मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी के ‘पाखंडी’ वाले बयान के बाद आई। 70 वर्षीय इमरान खान ने कहा कि आपको वास्तव में एक राजनीतिक पार्टी बनानी चाहिए और इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए। पीटीआई प्रमुख ने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के झंडे को बुलंद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आईएसपीआर साहब, आप पैदा भी नहीं हुए थे, जब मैं दुनिया में अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहा था और इसके लिए नाम कमा रहा था। मुझे पाखंडी और सेना विरोधी कहने के लिए आपको खुद पर शर्म आनी चाहिए।

उन्होंने (Imran Khan) आगे कहा, “आप राजनीति में कूद गए हैं। आप अपनी खुद की पार्टी क्यों नहीं बनाते हैं। आपको इस तरह के ओछे आरोप लगाने का अधिकार किसने दिया है। थोड़ी शर्म आनी चाहिए यह कहने के लिए कि किसी और ने सेना को उस हद तक नुकसान नहीं पहुंचाया, जितना मैंने किया, और आप हमें कुचल देंगे,”।

यह भी पढ़ें: Imran Khan को मौत की सज़ा दिलाने की तैयारी में PAK ARMY, खतरनाक कानून के तहत दर्ज किया केस

अपने संबोधन के दौरान खान (Imran Khan) ने पूछा कि क्या पाकिस्तानी सेना की छवि तब अच्छी थी जब वह प्रधानमंत्री थे या अभी? उन्होंने कहा, “लोगों ने तब सेना को पसंद किया। जब एक सेना प्रमुख (पूर्व जनरल कमर जावेद बाजवा) ने मेरी पीठ में छुरा घोंपा और पाकिस्तान के सबसे कुख्यात और भ्रष्ट अपराधियों को सत्ता में लाया, तो जनता ने सेना की आलोचना करना शुरू कर दिया और यह मेरी वजह से नहीं बल्कि सेना प्रमुख की हरकतों से सेना को निशाना बनाया जा रहा है और उसकी आलोचना की जा रही है।”

9 मई पाकिस्तान के लिए काला दिन

गौरतलब है कि पाक सेना ने इमरान खान की गिरफ्तारी को जायज ठहराया था। साथ ही सेना ने 9 मई की हिंसक घटनाओं की निंदा करते हुए इसे देश के इतिहास में ‘काला अध्याय’ करार दिया था। इसके अतिरिक्त सेना ने देश में मार्शल लॉ लगाने की बातों से इनकार किया था और कहा था कि इसका कोई सवाल ही नहीं है।