आज विज्ञान ने काफी तरक्की कर ली है। अंतरिक्ष के दुनिया की बात हो या फिर किसी की जिंदगी बचाने की, हर जगह विज्ञान तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस कड़ी में एक ऐसा ही मामला देखने को मिला है, जहां डॉक्टर्स ने एक इंसान को जीवनदान देने के लिए उसके शरीर में सुअर का दिल लगाया। शायद आप इस बात पर यकीन न करे पा रहे हो, लेकिन ये सच है। मामला अमेरिका के मेरीलैंड हॉस्पिटल का है, जहां एक इंसान को बचाने के लिए डॉक्टरों ने सूअर का हार्ट ट्रांसप्लांट किया है।
इस केस को लेकर अस्पताल प्रशासन ने बताया कि जिस मरीज को सूअर का हार्ट लगाया गया है, वो अब अच्छा महसूस कर रहा है। इस सफलता के बाद भी अभी यह कहना जल्दीबाजी होगा कि यह काम करेगा या नहीं। मेरीलैंड मेडिकल सेंटर के डॉक्टरों ने कहा कि यह ट्रांसप्लांट दिखाता है कि एक जेनेटिकली मॉडिफाइड पशु का हार्ट इंसान के शरीर में काम कर सकता है, वह भी तुरंत खारिज किए बिना। इस मरीज का नाम डेविड बेनेट है और उनकी उम्र 57 साल है। उनके अंदर सूअर का हार्ट लगाया गया है।
आपको बता दें कि दूसरे जानवरों की गुर्दे, हृदय और यकृत को इंसानों में प्रत्यारोपित करने की कोशिशें वैज्ञानिक 1960 के दशक से कर रहे हैं, लेकिन इससे पहले यह कभी सफल नहीं हुआ। इंसानों में हृदय प्रत्यारोपण के लिए शुरूआत में उनके सबसे करीबी रिश्तेदार, बंदरों और लंगूरों के हृदय का इस्तेमाल किए जाने के बारे में सोचा गया था, लेकिन इन जानवरों की इंसानों से जेनेटिक तौर पर बेहद करीबी होने से बीमारियों के आपस में फैलने का भी एक बड़ा खतरा हो सकता था, इसलिए सूअरों को एक बेहतर विकल्प के तौर पर चुना गया क्योंकि उनके हृदय का आकार भी लगभग इंसानी दिल की ही तरह होता है। साथ ही उनके साथ रोगों के संक्रमण का खतरा भी कम है।