बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के चौथे दिन भी भारत के खाते में मेडल आया। हालांकि, गोल्ड की उम्मीद दी लेकिन वो नहीं आ पाया। भारत अब तक 9 पदक जीत चुका है। सोमवार 1 अगस्त को वेटलिफ्टिंग में भारत को दिन भार में कोई सफलता नहीं मिली, लेकिन आखिरी इवेंट में भारत की हरजिंदर कौर ने अपना कमाल दिखाया और ब्रॉन्ड मेडल अपनी और देश की झोली में डाल दिया। इस तरह भारत ने वेटलिफ्टिंग में सातवां और कुल नौवां मेडल अपने नाम किया है। चौथे दिन भारत ने कुल 3 मेडल जीते। जूडो में सुशीला देवी लिकमाबम को महिलाओं के 48 किग्रा फाइनल में हार के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा, जबकि विजय ने 60 किग्रा में ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया।
भारतीय महिला वेटलिफ्टर हरजिंदर कौर ने 71 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीत लिया है। उन्होंने कुल 212 किलोग्राम वजन उठाकर CWG 2022 में भारत को नौवां पदक दिलाया। हरजिंदर ने क्लीन एंड जर्क राउंड में अपने पहले प्रयास में 113 किग्रा वजन उठाया। दूसरे प्रयास में उन्होंने 116 और तीसरे प्रयास में 119 किग्रा वजन उठाया।
अब बॉक्सर अमित पंघाल, मोहम्मद हसमुद्दीन और आशीष कुमार चौधरी क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए। इनसे गोल्ड की उम्मीद की जा रही है। भारत के जुडोका विजय कुमार ने साइप्रस के प्रेटो को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता। उन्होंने 60 किग्रा में अपना यह पदक जीता।
वेटलिफ्टिंग के बाद जूडोका सुशीला देवी ने बर्मिंघम में भारत की झोली में सिल्वर मेडल डाला। उन्होंने जूडो के 48 किलो वर्ग में ये मेडल अपने नाम किया। सोमवार 1 अगस्त को हुए फाइन में सुशीला को साउथ अफ्रीकी जूडोका से हार का सामना करना पड़ा। मणिपुर की ये खिलाड़ी प्रिस्किला मोरांद को हराकर फाइनल में पहुंची थी। इस तरह 8 साल बाद सुशीला ने फिर से CWG में मेडल जीता है। हालांकि, गोल्ड का इंतजार उनका इस बार भी जारी रहा।
बताते चलें कि, सुशीला देवी ने दूसरी बार कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लिया है। पहली बार वो ग्लास्गो में हुए खेलों में उतरी थी। 2014 में सुशीला ने सिल्वर मेडल हासिल किया था। इसके साथ ही वो कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला जूडोका बनी थीं।