क्रिकेट में पैसों को बारिश हो रही है। हर खिलाड़ी के पास आज अच्छे पैसे होते है। क्रिकेट ने कइ खिलाड़ियों की जिंदगी बनाई, लेकिन कइयों ने इस खेल को दागदार किया। ऐसे ही एक खिलाड़ी थे साउथ अफ्रीका के कप्तान हैंसी कोन्ये, जिनका लोहा उस समय दुनिया मानती थी। आप सोच रहें होंगे आज इस कप्तान की अचानक से बात किसलिए? वो इसलिए क्योंकि आज साउथ अफ्रीका के इस पूर्व कप्तान का जन्म दिन है। क्रोन्य का जन्म आज ही के दिन 25 सितंबर को 1969 को ब्लोमफोंटेन में हुआ था।
एक जून 2002 को एक विमान हादसे में उनकी मौत हो गई थी। लेकिन इस घटना से पहले क्रोन्ये का नाम क्रिकेट को कलंकित करने वाले फिक्सिंग स्कैंडल से भी जुड़ा जिसका नाता भारत से रहा। साउथ अफ्रीका 2000 में भारत के दौर पर थी और इसी दौरे पर क्रोन्ये टीम के कप्तान थे। इस सीरीज में क्रोन्ये पर फिक्सिंग के आरोप लगे। दिल्ली पुलिस ने क्रोन्ये और बिजनेसमैन संजय चावला के बीच की बातचीत को टेप किया और फिक्सिंग स्कैंडल का भांडा फोड़ा।
क्रोन्य ने हालांकि इन सभी आरोपों को खारिज किया था। लेकिन फिर क्रोन्ये ने उस समय के यूनाइटेड क्रिकेट बोर्ड ऑफ साउथ अफ्रीका के मैनेजिंग डायरेक्टर अली बाशेर से इस बात को कबूला कि वह इस मामले में पूरी तरह से ईमानदार नहीं हैं। उन्हें तुरंत कप्तानी से हटा दिया गया। उनपर लगे कुछ आरोपों की सच्चाई सामने आई तो कुछ पर्दे के पीछे ही रहे गए लेकिन 1999-2000 में इंग्लैंड के खिलाफ उसके कप्तान नासिर हुसैन के साथ मिलकर दो पारियां छोड़ने के फैसले ने उन पर शक की सुई घुमा दी थी।
विवादों से हटकर अगर क्रोन्ये को देखा जाए तो उनका करियर अच्छा रहा। वह चतुर कप्तान तो थे ही साथ ही बल्लेबाज भी अच्छे थे। जरूरत पड़ने पर वह गेंदबाजी में भी हाथ आजमाते थे। यही वो चीज थी जिससे दुनिया के महानतम बल्लेबाजों में गिने जाने वाले सचिन तेंदुलकर तक खौफ खाते थे। सचिन ने कई बार सार्वजनिक मंच पर ये माना है कि उन्हें क्रोन्ये की गेंदों को खेलने में परेशानी होती थी और इसलिए वे अपने साथी से कहते थे कि वह क्रोन्ये से निपट ले।