भारतीय युवाओं के लिए महेंद्र सिंह धोनी सिर्फ क्रिकेटर या नाम नहीं बल्कि अपने आप में पूर एक संस्था हैं, जिनको देखकर न जाने कितने बल्लेबाज हाथों में बल्ला थामें धूप-बारिश और कड़े संघर्षों के बीच मैदान पर कूद पड़ते हैं। यहां तक कि इंडियन क्रिकेट टीम में भी कितने बल्लेबाज हैं जिनके लिए माही प्रेरणादाई रहे हैं। महेंद्र सिंह धोनी ने आज से सात साल पहले एक भविष्यवाणी की थी जो अब सही साबित हो गई है। आईए जानते हैं क्या कहा था उन्होंने…
दरअसल, श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम का एलान हो चुका है। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि, टी-20 और वनडे के बाद टेस्ट टीम की कमान भी रोहित शर्मा के ही हाथों में दे दी गई है। यानी की अब तीनों फॉर्मेट में रोहित शर्मा ही कप्तान है और यही बात धोनी ने सात साल पहले कही थी। धोनी ने कहा था कि भारत में तीनों फॉर्मेट में एक ही कप्तान रहेगा। यहां हर फॉर्मेट के लिए अलग कप्तान का फॉर्मूला काम नहीं करेगा। यह बयान देने के बाद धोनी ने 2016 के अंत में वनडे टीम की कप्तानी छोड़ दी थी और विराट तीनों फॉर्मेट में भारत के कप्तान बने थे।
लगभग सात साल बाद धोनी की कही बात एक बार फिर सच साबित हुई है। विराट ने लंबे समय तक तीनों फॉर्मेट में भारत की कप्तानी करने के बाद टी-20 की कप्तानी छोड़ दी। नवंबर 2021 तक तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम का एक ही कप्तान था। कोहली हर फॉर्मेट में टीम इंडिया को लीड कर रहे थे। नवंबर में विराट ने कप्तानी छोड़ी तो रोहित टी-20 के नए कप्तान बन गए। दिसंबर में उन्हें वनडे टीम का भी कमान दे दिया गया है और फरवरी में उन्हें टेस्ट टीम की भी जिम्मेदारी मिल गई। कुल मिलाकर भारतीय टीम में सिर्फ ढाई महीने दो-अलग-अलग कप्तान रहे।
क्या कहा था धोनी ने?
वनडे और टी-20 विश्व कप में सेमीफाइनल में हारने के साथ दक्षिण अफ्रिका के खिलाफ सीरीज में भारत हारा तो धोनी की काफी आलोचना हुई थी। इसी के बाद उन्होंने कहा था कि, भारत में दो अलग-अलग कप्तान नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा था कि, मैं विभाजित कप्तानी में विश्वास नहीं करता। टीम में केवल एक ही नेता होना चाहिए। उनकी कही गई बात सही साबित हुई है।