भारतीय क्रिकेट टीम के स्पीन गेंदबाज आर अश्विन ने पिछले कुछ सालों में टेस्ट क्रिकेट में अपने शानदार खेल प्रदर्शन से वो देश के कामयाब गेंदबाजों की लीस्ट में शामिल हो गए हैं। वह टीम के सबसे अनुभवी और कामयाब स्पिन गेंदबाद हैं। भारतीय टीम कानपुर टेस्ट में भले ही जीतने में नाकाम रही लेकिन ये मुकाबला आर अश्विन के लिए काफी अहम रहा। उन्होंने इस मैच में 6 विकेट अपने नाम किए और इसके साथ ही एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया। वह अब भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज बन गए हैं। सोमवार को उन्होंने हरभजन सिंह को पछाड़कर टॉप थ्री में एंट्री की। इसके बाद ही उनका कहना है कि वो देश के सबसे कामयाब गेंदबाज नहीं बनना चाहते हैं, इसके साथ ही उनका यह भी कहना है कि, अनिल कुंबले का रिकॉर्ड तोड़ने से पहले वो संन्यास ले लेंगे।
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अनिल कुंबले ने देश के लिए सबसे ज्यादा 619 विकेट लिए हैं और जिस तरह से अश्विन फॉर्म हैं लगता है वो ये रिकॉर्ड जल्द ही तोड़ देंगे। लेकिन वो कुंबले का ये रिकॉर्ड नहीं तोड़ना चाहते। हालांकि, अश्विन ने ये बात आज नहीं बल्कि आज से 5 साल पहले कही थी। साल 2017 में अपने एक इंटरव्यू के दौरान जब इसे लेकर उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, बेशक मैं अनिक कुंबले का बहुत बड़ा फॉर्म हूं। उन्होंने 619 विकेट हासिल किए हैं। अगर मैं 618 भी हासिल करता हूं तो यह मेरे लिए बड़ी बात होगी, जिस दिन मैं 618 विकेट लूंगा वह मेरा आखिरी टेस्ट मैच होगा। इसके साथ ही उन्होंने अपना रिटायरमेंट प्लान भी साफ कर दिया था।
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बता दें कि, अश्विन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के पांचवें दिन टॉम लाथम को आउट करते हुए अपना 418वां वेकेट लिया था। हरभजन ने 103 टेस्ट में 17 विकेट लिए थे। इस बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, कुछ महसूस नहीं हो है, ये ऐसी उपलब्धि है जो आती रहेंगी, यह अच्छा है। इसके आगे उन्होंने कहा कि, जब से राहुल (द्रविड़) भाई ने अपना पद संभाला है, वह कहते रहते हैं कि आप कितने विकेट लेते हैं, 10 साल में कितने रन बनाते हैं, आपको यह याद नहीं रहेगा। उन्होंने मैच के ड्रॉ छूटने के बाद कहा, यह यादें हैं जो मायने रखती हैं इसलिए मैं चाहता हूं कि अगले तीन-चार सालों में कुछ खास यादों के साथ आगे बढूं।