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राहुल द्रविड़ के फैन हुए Ross Taylor, बोले- भले ही दुनिया में 400 बाघ होंगे, लेकिन वो इकलौते हैं

भारतीय कोच के फैन हुए Ross Taylor

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को न सिर्फ देश में बल्कि पूरी दुनिया में पसंद किया जाता है। इस टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों के साथ विदेशी खिलाड़ियों का घुलना-मिलना होता है जिसके चलते इनके बीच दोस्ती और बढ़ जाती है। दुनियाभर के खिलाड़ी इस लीग में खेलते हुए जिसके हिट होने के एक बड़ा कारण ये भी बै। वहीं, न्यूजीलैंड़ के पूर्व खिलाड़ी रॉस टेलर के राहुल द्रविड़ की तारीफ करते हुए कहा है कि, दुनिया में भले की 4000बाघ होंगे। लेकिन, राहुल द्रविड़ इकलौते हैं।

साल 2011के आईपीएल में न्यूजीलैंड के पूर्व खिलाड़ी रॉस टेलर, राहुल द्रविड़ और शेन वॉर्न एक साथ नजर आए थे। टूर्नामेंट के उस विशेष संस्करण ने टेलर को यह समझा दिया कि भारतीय क्रिकेटरों की अपने देश में कितनी पैठ है। उनका खुलेआम घूमना कितना मुश्किल है। अपनी आत्मकथा 'ब्लैक एंड व्हाइट' में टेलर ने एक घटना का वर्णन किया है, जहां वह द्रविड़ के साथ बाघ देखने के लिए रणथंभौर नेशनल पार्क गए थे। तब उन्हें अनुभव हुआ था कि कैसे आम जनता एक दुर्लभ बाघ को देखने के बजाय द्रविड़ में अधिक रुचि दिखा रहा थे।

टेलर आगे कहते हैं कि, मैंने द्रविड़ से पूछा कि आपने कितनी बार बाघ देखा है? उन्होंने कहा कि मैंने कभी बाघ नहीं देखा। मैं 21बार जंगल सफारी पर गया हूं और एक भी बाघ नहीं देखा। मैंने सोचा क्या? बाघ नहीं देखने पर भी 21सफारी? सच बताऊं तो अगर यह बात मुझे पता होती, तो मैं उनके साथ नहीं जाता। मैं द्रविड़ से कहता- नहीं शुक्रिया! मैं डिस्कवरी चैनल देख लूंगा। इसके आगे टेलर कहते हैं कि, जेकब ओरम सुबह बाहर गया था। उन्हें सफारी पर आने की कोई खुशी नहीं थी। टीवी पर कोई बेसबॉल मैच था जिसे वह देखना चाहता था। इसलिए वह हमारे साथ दोपहर की सफारी पर नहीं आया। हमारे ड्राइवर को एक सहयोगी से यह कहने के लिए रेडियो कॉल आया कि उन्हें एक प्रसिद्ध बाघ टी-17मिल गया है। यह सुनकर द्रविड़ रोमांचित हो उठे। बिना बाघ देखे 21सफारी पर जाने के बाद आखिर वह दिखने वाला था।

उन्होंने कहा कि, हम खुली एसयूवी में थे, जो कि लैंड रोवर्स की तुलना में थोड़ी बड़ी होती है। बाघ एक चट्टान पर था, हमसे 100मीटर दूर। हम जंगल में एक बाघ को देखकर स्तब्ध थे, लेकिन दूसरे वाहनों में लोग बाघ देखने के बजाय राहुल पर अपना कैमरा टिकाए बैठे थे। वे बाघ की जगह द्रविड़ को देखकर उत्साहित थे। वे सभी उतने ही उत्साहित थे, जितना हम बाघ को देखकर थे। शायद दुनिया भर में लगभग 4000बाघ हैं, लेकिन राहुल द्रविड़ केवल एक हैं।

इसी साल की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले रॉस टेलर ने अपनी इस अत्मकथा में कई सारी बाते शेयर की हैं। इस पुस्तक में उन्होंने नस्लवाद की उन घटनाओं का भी जिक्र किया है, जिसका उन्होंने अपने खेल के करियर के दौरान सामना किया।