Hindi News

indianarrative

Australia ने 2021 के टी-20 वर्ल्ड कप में Pakistan को दिलाई 2010 की याद- तब माइक अब मैथ्यू बने विलेन

पाकिस्तान को सिर्फ हार नहीं बल्कि 11 साल पुराना जख्म भी ताजा हुआ

T20World Cup 2021 के खीताब का सपना देख रही पाकिस्तान क्रिकेट टीम का सपना चकनाचूर हो गया है। गुरुवार को खेले गए रोमांचक सेमीफाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान के फाइनल में जाने के सपने को तोड़ दिया और पांच विकेट से मात देकर फाइनल मुकाबले में पहुंच गई है जहां उसकी टक्कर न्यूजीलैंड टीम से होगी। ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को सिर्फ हार नहीं दिया है बल्कि इसके साथ ही 11 साल पुराना जख्म भी ताजा किया है।

यह भी पढ़ें- अबुधावी के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया से 'इस्लाम हार गया'

दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के हाथों से फाइनल में जाने का मौका पाकिस्तान दूसरी बार हार लगी है। साल 2010 में माइकल हसी पाक के लिए विलेन साबित हुए और इस बार मैथ्यू वेड। दोनों ने आखिरी ओवर्स में धमाकेदार बल्लेबाजी से पाकिस्तान के जबड़े से जीत छीन ली। पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान ने चार विकेट पर 176 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। ऑस्ट्रेलिया ने शुरू में नियमित अंतराल में विकेट गंवाये जिससे यह तय कर पाना मुश्किल था कि आखिर जीत किसकी होगी। वॉर्नर का विकेट टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता था लेकिन मैथ्यू वेड ने पाकिस्तान के अर्मानों पर पानी फेर दिया। मैथ्यू वेड ने जीवनदान मिलने के बाद शाहीन शाह अफरीदी पर लगातार तीन छक्के जड़े और मार्कस स्टोइनिस के साथ 40 गेंदों पर 81 रन की अटूट साझेदारी की और टीम को जीत दिलाई।

आखिरी समय में वेड ने छक्के और चौकों की बदौलत पाकिस्तान के हाथ से मैच छीन कर ऑस्ट्रेलिया के झोली में डाल ही और ऐसा ही कारनामा 2010 में हुए टी20 वर्ल्ड कप में देखने को मिला था जहां कुछ ऐसा ही कमाल माइकल हसी ने दिखाया था। माइकल हसी की ही बदौलत उस दौरान ऑस्ट्रेलिया पाकिस्तान के खिलाफ जीत दर्ज की थी। और ये मैच भी सेमीफाइनल का ही था। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कामरान अकमल (50) और उमर अकमल (नाबाद 56) की पारियों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया के सामने 192 रनों का लक्ष्य रखा था।

ऑस्ट्रेलिया शुरुआत से ही दबाव में दिखाई दे रही थी, पाकिस्तानी गेंदबाजों मोहम्मद आमिर और अब्दुर रहमान के सामने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज संघर्ष कर रहे थे। महज 105 रन के स्कोर पर वह पांच विकेट गंवा चुका था। इसके बाद कैमरून व्हाइट और माइकल हसी की जोड़ी ने पारी को आगे बढ़ाया लेकिन जब 17वें ओवर की तीसरी गेंद पर कैमरून भी 43 रनों की पारी खेलकर आउट हो गए तो सबकी निगहें माइकल हसी पर टिक गई। उस वक्त 17.1 ओवर में 7 विकेट पर 144 रन हो चुके था।

यह भी पढ़ें- T20 World Cup में गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाने वाले ये 3 बल्लेबाज हुए फ्लॉप

अंतिम 12 गेंदो में जीत के लिए ऑस्ट्रेलिया को 32 रन चाहिए थी और अफरीदी को आमिर पर भरोसा था। हसी ने छह गेंद पर 16 रन बना दिए। फिर आखिरी ओवर में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 18 रन चाहिए थे, हसी को दूसरी गेंद पर स्ट्राइक मिली और उन्होंने पहले दो छक्के लगाए फिर एक चौका लगाया। ओवर की पांचवीं गेंद पर हसी ने छक्का लगाते हुए पाकिस्तान के मुंह से अपना हारा हुआ मैच छीन लिया और टीम को पहली बार फाइनल में पहुंचाया। इस मैच में हसी ने 24 गेंदों में नाबाद 60 रन बनाए।