भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह कैंसर को मात देने के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में धमाकेदार वापसी की। कैंसर होने के बाद भी उनका खेल के प्रति ज़ज़्बा और कौशलता में कमी नहीं आई। ठीक उसी तरह अंतर्राष्ट्रीय महिला फुटबॉलर की कहानी है,जिसने न सिर्फ Cancer को किक मारा,बल्कि उ 15 वर्षीय महिला खिलाड़ी का अंतर्राष्ट्रीय महिला फुलबॉल टीम में चयन भी हुआ। पढिए इस महिला फुटबॉलर की पूरी कहानी।
15 साल की उम्र में जब किसी को कैंसर होता है तो उसे ये तक पता नहीं होता कि आखिर इस बीमारी में होता क्या है। लेकिन 15 साल की उम्र में ओवेरियन कैंसर के शिकार हुई कोलंबिया की महिला फुटबॉलर लिंडा कैसेडो को जब पता चला कि वो कैंसर से पीड़ित है,मानो उसके सामने बड़े-बड़े सपने टूटकर बिखड़ गए। कैंसर के कारण उसके फुटबॉल करियर में ब्रेक लग गया। लिंडा कैसेडो को लगा कि अब कभी फुटबॉल नहीं खेल पाएंगे। लेकिन लिंडा ने हिम्मत नहीं हारी और Cancer को न सिर्फ मात दी बल्कि वो एक बार फिर से मैदान पर वापसी कर अपने प्रसंशकों का दिल जीत लिया। इतना ही नहीं कैंसर को मात देने वाली लिंडा कैसेडो ने महिला वर्ल्ड कप में गोल भी कर दिखाया।
15 साल की उम्र में ovarian cancer की शिकार
महज 15 साल की उम्र में अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी लिंडा कैसेडो को पता चला कि उन्हें Ovarian Cancer हो गया है। इतनी कम उम्र में तो इस बीमार के बारे में अक्सर लोगों को पता भी नहीं होता कि आखिर यह बीमारी होता क्या है। कैंसर ऐसी बीमार है, जिसके बाद इंसान हार मान लेता है।
14 वर्ष में इंटरनेशनल डेब्यू
कैंसर पर जीत हासिल करने के लिए पीड़ित को आत्मबल के साथ-साथ सकारात्मक सोच का होना काफी जरूरी है। 14 साल की उम्र में ही कैसेडो ने कोलंबिया के लिए इंटरनेशनल डेब्यू किया था। बीमारी की वजह से उनके करियर पर ब्रेक लग गया। लेकिन कैंसर को मात देकर मैदान पर उन्होंने न सिर्फ वापसी की बल्कि कैंसर से मुक्त होने के बाद वो और भी ख़तरनाक़ औऱ आक्रामक हो गई।उन्होंने फीफा महिला वर्ल्ड कप के अपने पहले ही मैच में कोलंबिया के लिए गोल कर दिखाया।
“Cancer ने किया और मजबूत”
अब 18 साल की हो चुकीं लिंडा कैसेडो ने फीफा को बताया, ‘उस समय, मुझे नहीं लगता था कि मैं फिर से फुटबॉल खेल पाऊंगी क्योंकि मुझे सभी इलाज और सर्जरी से गुजरना पड़ा। मानसिक रूप से यह मेरे जीवन का एक बहुत कठिन समय था। मैं ठीक हो पाई क्योंकि मुझे अपने परिवार का भी सपोर्ट मिला। अब मैं बहुत अच्छा महसूस कर रही हूं। जो हुआ उसने मुझे और मजबूत कर दिया।’
कैसिडो को 2022 कोपा अमेरिका फेमेनिना में टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया
अपनी वापसी के बाद स्ट्राइकर कैसिडो को 2022 कोपा अमेरिका फेमेनिना में टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। उन्होंने यूथ विश्व कप फाइनल में खेला और दो लीग खिताब के साथ ही एक गोल्डन बूट अवॉर्ड भी जीता। अब वह महिला वर्ल्ड कप में गोलस्कोरर हैं।
कोरिया के खिलाफ मैच में उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड भी मिला। कोलंबिया ने इस मैच को 2-0 से अपने नाम किया।इसी साल स्पेनिश क्लब रियल मैड्रिड ने लिंडा कैसेडो को अपने साथ जोड़ा। क्लब के लिए 10 मैच में उनके नाम दो गोल हैं। उनके नाम 4 असिस्ट भी हैं। वहीं इंटरनेशनल मुकाबलों में लिंडा ने 16 मैच में 6 गोल दागे हैं।
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