आईपीएल खत्म हो गया है और अब टी20 वर्ल्ड कप शुरू होने वाला है। भारत विराट कोहली की कप्तानी में पहला मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेलगा। इस बार विराट कोहली किसी भी कीमत पर आईसीसी की ट्रॉफी चुमना चाहेगे। यूएई में खेले गए आईपीएल में स्पीनरों को बोलबाला रहा है। भारत के पास भी कई स्पीनर हैं, लेकिन एक स्पीनर नहीं है जिसने पिछले कई सालों से भारत को कई मैच जीताये हैं।
युजवेंद्र चहल शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम में अपनी जगह बनाने में नाकाम रहे। ऐसा माना जा रहा था कि 15 अक्टूबर से पहले होने वाले टीम के स्क्वॉड में बदलाव करते हुए चहल को राहुल चाहर के स्थान पर मौका दिया जाएगा, पर सिलेक्टर्स ने राहुल पर भी भरोसा दिखाया। इस बीच, टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने बताया है कि किन कारणों के चलते राहुल चाहर को चहल के ऊपर तरजीह दी गई।
टी-20 विश्व कप की शुरुआत से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में बातचीत करते हुए कोहली ने कहा, 'यह एक चैलेंजिंग कॉल थी, लेकिन हमने राहुल चाहर को बैक करने का फैसला एक कारण के तहत किया। उन्होंने पिछले कई आईपीएल सीजन में लगातार अच्छी गेंदबाजी की है। एक गेंदबाज जो पेस के साथ गेंदबाजी करता है, उन्होंने श्रीलंका में और इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई घरेलू सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। राहुल वो गेंदबाज थे, जिन्होंने मुश्किल ओवर डाले थे।
धोनी के होना का मिलेगा फायदा
विराट ने बताया कि हम टूर्नामेंट में इस बात को मानकर चल रहे हैं कि पिच धीमी होती चली जाएगी, तो वह गेंद को हवा देने वाले गेंदबाज के मुकाबले वह गेंदबाज बैटर को ज्यादा परेशानी में डालेगा जो पेस के साथ गेंदबाजी करता है। राहुल के पास जाहिर तौर पर वह काबिलियत है। वह उन गेंदबाजों में से हैं, जो हमेशा विकेट को टारगेट करते हैं, और यही वजह उनके पक्ष में गई है। वर्ल्ड कप की टीम चुनना काफी मुश्किल काम होता है और आप हमेशा हर किसी को स्क्वॉड में नहीं रख सकते हैं।'
विराट ने बताया कैसे धोनी बतौर मेंटोर टीम के लिए फायदेमंद साबित होंगे। उन्होंने कहा, 'उनके पास काफी अनुभव मौजूद है। वह खुद भी इस वातावरण में आने को लेकर उत्सुक हैं। वह उस समय से हमारे मेंटोर रहे हैं, जब हमने अपने करियर की शुरुआत की थी और उन्होंने इस भूमिका को टीम में रहने तक बखूबी निभाया था। उन युवा खिलाड़ियों को काफी फायदा होगा, जो इस तरह से बड़े टूर्नामेंट को पहली बार खेलने उतरे हैं। जटिल समस्या के खिलाफ उनकी आंखें और प्रैक्टिस के दौरान उनकी सलाह से हमारे गेम में कम से कम एक से दो प्रतिशत का सुधार होगा। उनकी मौजूदगी से हम बेहद खुश हैं। उनके रहने से ना सिर्फ हमारा हौसला बढ़ेगा, बल्कि हमारे आत्मविश्वास में और इजाफा होगा।