अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बात 15 अगस्त 2021 को तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया। तालिबान के आतंक से लोग इतना डरे हुए हैं कि अपना घरबार छोड़कर जा रहे हैं। कब्जा करने के बाद से अब तक तालिबान के बेरहम करतूत सामने आते रहे हैं लेकिन तालिबान अपने आपको दुनिया के सामने साफ-सुथरा दिखाने में लगा हुआ है और बड़े देशों से समर्थन की दुहाई लगा रहा है। इस बीच तालिबान ने काबुल की सड़कों पर अमेरिकी गाड़ियों और हथियारों की परेड निकाली, इसके साथ ही आसमान में हेलीकॉप्टर भी उड़ाए।
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रविवार को तालिबान लड़ाकों ने काबुल में अमेरिकी निर्मित बख्तरबंद वाहनों और रूसी हेलीकॉप्टरों के साथ एक मिलिट्री परेड की। इसके जरिए तालिबान ने एक विद्रोही बल से एक देश की स्थायी-नियमित सेना में हो रहे उनके परिवर्तन को दिखाने की कोशिश की। तालिबान करीब दो दशक तक विद्रोही गुट की तरह संचालित होता रहा लेकिन इसी साल अगस्त माह में अमेरिकी सेना की वापसी के बाद पीछे छोटे गए हथियारों के जखीरे का उसने जमकर इस्तेमाल किया। रक्षा मंत्रीलय के प्रवक्ता इनायतुल्लाह ख्वाजमी ने कहा कि, यह परेड 250 नए प्रशिक्षित सैनिकों के स्नातक स्तर की पढ़ाई पूरी करने से जुड़ी थी। इस अभ्यास में दर्जनों अमेरिकी निर्मित M117 बख्तरबंद सुरक्षा वाहनों को धीमी गति से काबुल की मुख्य सड़कों पर धुमाया गया। इस दौरान MI-17 हेलीकॉप्टरों को उड़ाया गया। तालिबान के कई लड़ाकों के पास अमेरिका की बनाई एम-4 असॉल्ट राइफल भी देखने को मिली।
तालिबान जिन हथियारों और आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल कर रहा है अमेरिका ने उसे काबुल की सरकार को अफगान सेना की तालिबान के खिलाफ जंग लड़ने के लिए दिया था। लेकिन अब इसे तालिबान इस्तेमाल कर रही है। वहीं, तालिबान अपनी खुद की एयर फोर्स तैयार करने में लगा हुआ है, तालिबानी अधिकारियों का कहना है कि, पूर्व अफगान सेना के पायलटों, यांत्रिकी और अन्य विशेषज्ञों को नई सेना में शामिल किया जाएगा। इस सेना के जवानों ने अब पारंपरिक अफगान कपड़ों की जगह पारंपरिक सैन्य वर्दी भी पहनना शुरू कर दिया है।
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पिछले साल आई एक रिपोर्ट में बताया गया कि, साल 2002 से लेकर 2017 के बीच अमेरिकी सरकार की ओर से अफगान सरकार को करीब 28 अरब डॉलर से ज्यादा के हथिया, गोला-बरूद, वाहन, नाइट विजन डिवाइसेज, एयरक्राफ्ट और सर्विलांस सिस्टम जैसे रक्षा उपकरण मुहैया कराया गया। अमेरिका के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद कई विमान वहीं छूटे, हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं कि इनमें से कितने काम के हैं।