रूस का यूक्रेन पर आज जंग का 10वां दिन है। रूसी सेना यूक्रेन को चारों ओर से घेर रही है। यूक्रेन के कई शहरों पर रूसी सेना ने कब्जा कर लिया है। इस बीच जपोरिजिया में परमाणु संयंत्र पर भी रूसी सेना ने हमला कर अपने नियमंत्र में ले लिया है। यह यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु संयंत्र है। यूक्रेन की 25से 30फीसदी परमाणु ऊर्जा की इसी परमाणु संयंत्र से आपूर्ति की जाती है। इस बीच रूस को इस जंग से रोकने के लिए पश्चिमी देश लगातार कोशिश कर रही हैं। लेकिन पुतिन अपने फैसले पर अडिग हैं। अब राजधानी कीव समेत कई शहरों में हमले का अलर्ट जारी कर दिया गया है। यूक्रेन ने कहा है कि अपनी जान बचाए रूसी सेना किसी भी वक्त कर सकती है मिसाइल अटैक।
मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, रूसी सेना ने पोर्ट सिटी पर भी कब्जा कर लिया है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक यूक्रेन में चेरनिहिव और सुमी में भी हमले का अलर्ट जारी किया गया है। कीव इंडिपेंडेंट ने एक ट्वीट में कहा, सबसे पहले चेरनिहिव में एयर स्ट्राइक हो सकती है। इसके बाद राजधानी कीव और जाइतोमर सिटी में हमले का अलर्ट जारी किया गया। इसको बाद सुमी में भी हवाई हमले का अलर्ट जारी कर दिया गया। लोगों से कहा गया है कि वे आश्रयगृह में चले जाएं।
सुमी की यूनिवर्सिटी में मिलटरी फैकल्टी पर गुरुवार को बमबारी हुई थी। इसमें कई लोगों की जान भी चली गई थी। इसी बीच यूक्रेन रूस के अधिकारियों के साथ तीसरे चरण की वार्ता की भी तैयारी कर रहा है। कीव के प्रतिनिधियों ने कहा कि इस संकट का हल निकलना जरूरी है। इस युद्ध में मासूमों की जान जा रही है। यूक्रेन की पोर्ट सिटी मारिउपोल के मेयर ने जानकारी दी थी यहां पर रूसी सेना ने कब्जा कर लिया है और लोगों का आना जाना भी रोक दिया है।
मारिउपोल 4.5 लाख की आबादी वाला शहर है और रूस की सेना के लिए यह बेहद अहम है। इसके जरिए दक्षिण रूस को क्रीमिया के साथ जोड़ा जा सकता है। इस काम में यह कॉरिडोर का काम करेगा। इसके साथ ही रूस लगातार यूक्रेन पर मिसाइले हमले कर रहा है। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की फिलहाल इस वक्त अंडरग्राउंड हो गए हैं। एक खबर आई थी कि वो देश छोड़कर पोलैंड़ भाग गए हैं लेकिन, बाद में उन्हेंने कहा कि वो कहीं नहीं भागे हैं। इधर अमेरिका और नाटो लगातार रूस पर प्रतिबंध लगा रहे हैं लेकिन रूस के खिलाफ अपनी सेना उतारने से कतरा रहे हैं। उन्हें डर है कि कहीं रूस उनपर भी हमला न कर दे। अब ऐसा लगता है कि बहुत जल्द ही रूस पूरे यूक्रेन पर कब्जा कर लेगा।