Hindi News

indianarrative

Ukraine के चक्कर में अमेरिका-रूस आमने-सामने, Joe Biden ने कहा- लिस्ट तैयार है, पीछे हट जाएं पुतिन, वरना…

Ukraine को लेकर America ने फिर Russia को दी कड़ी चेतावनी

यूक्रेन को लेकर इस वक्त अमेरिका और रूस आमने-सामने है। एक ओर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का कहना है कि यूक्रेन को लेकर बीच में ना आए यूरोप देश। दूसरी ओर अमेरिका का कहना है कि अगर रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो उसके सामने यूएस आर्मी होगी और साथ ही रूस पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए जाएंगे। इस बीच अमेरिका में जो बाइडन प्रशासन ने एक बार फिर से रूस को चेतावनी देते ुहए कहा है कि, अगर रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो उस पर कठोर प्रतिबंध लगाए जाएंगे।

यह भी पढ़ें- India-US का किसी भी हाल में आना होगा आगे, वरना ड्रैगन कर लेगा इन छोटे देशों पर कब्जा- चीनी जाल में अब ये देश भी फंसा

अमेरिकी अधिकारियों ने यूरोप में अमेरिका की भविष्य की रणनीति की स्थिति के बारे में निर्णयों में लगातार बदलाव की संभावना जताई है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर रूस यूक्रेन में हस्तक्षेप करता है तो उसे प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा। अधिकारियों का कहना है कि, प्रशासन यूक्रेन में भविष्य में मिसाइलों को संभावित तैनाती को कम करने और पूर्वी यूरोप में अमेरिका और नाटो के सान्य अभ्यासों को सीमित करने पर रूस के साथ चर्चा के लिए तैयार है। रूस को यूक्रेन में हस्तेक्षप करने पर आर्थिक प्रतिबंधों का सामना करना होगा। इसमें रूसी संस्थाओं पर प्रत्यक्ष प्रतिबंधों के अलावा अमेरिका से रूस को निर्यात किए जाने वाले उत्पादों और विदेश निर्मित उत्पादों पर महत्वपूर्ण प्रतिबंध शामिल हो सकते हैं, जो संभावित रूप से अमेरिका क्षेत्राधिकार में आते हैं।

यह भी पढ़ें- इस देश का भी हाल Afghanistan जैसा! Army से बदला लेने के लिए 'डाकुओं' ने 8 गांव के लोगों को मार डाला

बता दें कि, यूक्रेन को लेकर बढ़ते तनाव के बीच सोमवार को स्विट्जरलैंड में वरिष्ट अमेरिकी और रूसी अधिकारियों की बैठक होने वाली है। रूस पर प्रतिबंधों की बात करें तो अमेरिका ऊर्जा और उपभोक्ता वस्तुओं पर प्रतिबंध के साथ ही यूएस अपने सहयोगी अमेरिकी उपकरणों का उपयोग करने वाले उन्नत इलेक्ट्रॉनिक पुर्जों, सॉफ्टवेयर और संबंधित प्रौद्योगिकी के रूस को निर्यात पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है। अधिकारियों ने कहा कि निर्यात नियंत्रण उद्देश्यों के लिए रूस को क्यूबा, ​​​​ईरान, उत्तर कोरिया और सीरिया के साथ प्रतिबंधात्मक समूह में शामिल किया जा सकता है।