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America के इस कदम से अब जंग नहीं तबाही होगी! यूक्रेन में छुपे हैं US सैन्य कमांडर, Putin बोले- देखते ही…

America के पीछे हाथ धोकर पड़ा है Russia

यूक्रेन को पूरी तरह से पश्चिमी देश मदद कर रहे हैं। वैसे भी यह यूक्रेन और रूस के बीच जंग नहीं है। बल्कि, पश्चिमी देशों और पुतिन के बीच ये जंग है। क्योंकि, पश्चिमी देश यूक्रेन को पूरी तरह से मदद कर रहे हैं। हथियार, तोप, टैंक, फाइटर जेट्स, मिसाइल के साथ ही आर्थिक मदद भी कर रहे हैं। रूस इस वत्त तेजी से यूक्रेन के शहरों पर कब्जा कर रहा है। जिसका डर न सिर्फ जेलेंस्की है सता रहा है बल्कि पूरे यूरोप देशों को भी सता रहा है। एक खबर है कि, यूक्रेन में छोरी-छुपे अमेरिका ने अपने सैन्य कमांडर भेजे हैं। जिसे अब पुतिन की सेना हाथ धो कर पीछे पड़ी है और खोजते ही कोई बड़ा कदम उठा सकती है।

पश्चिमी देशों के चलते यह जंग और लंबा खिंचने वाला है। वैसे तो जेलेंस्की हार चुके हैं लेकिन, वो इसे मानने के लिए तैयार नहीं है। क्योंकि, उनके ऊपर यूरोप देशों का हाथ है। जंग लंबा चलने के पीछे सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है कि, यूक्रेन में मौजूद अमेरिकी सैन्य कमांडर गोपनीय तरीके से यूक्रेन को रणनीति बनाने में मदद कर रहे हैं, जिससे यूक्रेन, रूस का मजबूती से सामना कर रहा है।

कीव से पीछे हटने के बाद रूस ने अपना पूरा ध्यान यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्र की ओर केंद्रित कर दिया है। डोनबास समेत अन्य क्षेत्रों पर कब्जा जमाने के लिए रूस लगातार हमले कर रहा है। यूक्रेन की सेना यहां रूस का मजबूती से सामना कर रही है। इस युद्ध के लंबा खिंचने के कई कारणों में से एक बड़ा कारण ये भी माना जा रहा है कि अमेरिकी सैन्य कमांडर यूक्रेन में मौजूद हैं, जो यूक्रेन की युद्ध में बढ़त बनाने के लिए ठोस रणनीति पर काम कर रहे हैं। रूस से जुड़े सूत्रों के हवाले से इस तरह की सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं। हालांकि रूस की तरफ से आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं की गई है। माना जा रहा है कि रूस ऐसा किसी खास रणनीति के चलते नहीं कर रहा है।

इस युद्ध में यूक्रेन पूरी तरह तबाह हो चुका है। उसके बंदरगाहों पर रूस ने कब्जा कर लिया है। बड़े शहर खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। यूक्रेन को आर्थिक, सैन्य और मानवीय नुकसान हुआ है, लेकिन फिर भी पश्चिमी देशों के चलते यूक्रेन हार मानने के लिए तैयार नहीं है। मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, सूत्रों का कहना है कि, रूसी खुफिया एजेंसियों के पास इस बात के पुख्ता प्रमाण हैं कि कीव में अमेरिकी कमांडर मौजूद हैं। जिसके आधार पर रूस की सेना इन अमेरिकी सैन्य कमांडरों को पकड़ने का प्रयास कर रही है, ताकि वो इन्हें दुनिया के सामने पेश कर सके। सूत्रों का कहना है कि ये अमेरिकी सैन्य कमांडर कीव के सुरक्षित क्षेत्रों में मौजूद हैं।

इसके साथ ही यह भी खबर है कि, अमेरिका और नाटो देशों की ओर से रोमानिया और पोलैंड के रास्ते चोरी से यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति की जा रही है। हथियारों की इस खेप में टैंक, मिसाइल, राइफल, बम आदि शामिल हैं। कीव में इस समय जो अमेरिकी कमांडर मौजूद हैं, वो यूक्रेन के इन्हीं पड़ोसी देशों की सीमाओं को पार करते हुए यूक्रेन पहुंचे हैं।