पाकिस्तान की सत्ता में आई भूचाल को देखते हुए ऐसा लगता है कि इरमान खान की पत्नी पिंकी जादूगरनी का जूद इस वक्त कुछ खास कमाल नहीं दिखा पा रहा है। क्योंकि, इमरान खान को इस वक्त सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए सिर्फ विपक्ष ही नहीं बल्कि पाकिस्तान की आर्मी भी पूरी ताकत से लग गई है और जल्द ही खान के हाथों से सत्ता की डोर टूट जाएगी। अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले इमरान खान के पार्टी के अंदर ही फूट पड़ गई है जिसके बाद उनकी सरकार गिरनी तय मानी जा रही है। उनके 3 सहयोगी दलों ने ही उनका साथ छोड़ दिया है।
मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, अविश्वास प्रस्ताव से पहले खान के तीन बड़े सहयोगियों ने साथ छोड़ दिया है। अब ये दल पीएम खान को सत्ता से बाहर करने में जुटे विपक्षी दलों के साथ शामिल हो सकते हैं। नेशनल असेंबली में स्पीकर ने 25 मार्च के निचले सदन का सत्र बुलाया है। समाचार एजेंसी एएनआई ने अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से बताया कि सत्तारूढ़ दल तीन बड़े सहयोगी दलों ने विपक्ष के साथ जाने का फैसला किया है। इनमें मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान, पाकिस्तान मुस्लिम लीग (क्यू) और बलूचिस्तान आवामी पार्टी का नाम शामिल है। बताया जा रहा है कि तीनों तक जल्द ही विपक्ष के साथ जाने की घोषणा कर सकते हैं।
नेशनल असेंबली के सदस्य (MNAs) पीटीआई छोड़कर विपक्षी दलों से हाथ मिला रहे हैं। इससे पहले 24 सांसदों ने अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में वोट देने की घोषणा की थी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ से खुद को अलग कर लिया था। पाकिस्तान में विपक्षी दलों ने 8 मार्च को सचिवालय में अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया था। विपक्ष को उम्मीद है कि वे खान को सत्ता से बाहर कर देंगे।
बता दें कि हाल ही में जनरल कमर जावेज बाजवा के नेतृत्व में पाकिस्तानी सेना के शीर्ष अधिकारियों ने कथित तौर पर इस महीने होने वाली इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान से इस्तीफा देने के लिए कहा है। वहीं, पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर जनसभा को संबोधित करने के आरोप में प्रधानमंत्री इमरान खान समेत कुल 6 नेताओं पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। इनमें एक मुख्यमंत्री भी शामिल हैं।