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Britain में राजशाही के खिलाफ बागी सुर, लोकतंत्र में कौन राजा-कौन रानी?

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ब्रिटेन (Britain) में सबसे लंबे वक्त तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) बीते गुरुवार को इस दुनिया को हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा कह कर चल बसी। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने स्कॉटलैंड में अपने जीवन की अंतिम सांस ली। 96 वर्षीय महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) ने 70 साल तक शासन किया। ऐसे में दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि देने के लिए लंदन में अभी से लोग पहुंचने लगे हैं। 19 सितंबर को लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे में होने वाले अंतिम संस्कार में 500 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों समेत बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद है।

सोमवार को महारानी के चारों बच्चों-महाराज चार्ल्स तृतीय, राजकुमारी एनी, प्रिंस एंड्रयू और प्रिंस एडवर्ड की मौजूदगी में उनका ताबूत एडिनबरा के सेंट गाइल्स चर्च ले जाया गया था। भले ही महारानी इस दुनिया को छोड़कर चली गयी हो, लेकिन राजशाही के खिलाफ घमासान जारी है। महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद राजशाही के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों की गिरफ्तारी से ब्रिटेन में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर बहस तेज हो गई है।

इस दौरान एडिनबर्ग में एक महिला तख्ती को लेकर प्रदर्शन करते नजर आ रही है, जिसपर लिखा है ‘भाड़ में जाए साम्राज्यवाद, राजशाही खत्म करो’, जिसके बाद पुलिस ने उसपर शांति भंग करने का मामला दर्ज किया। इसी तरह का मामला एक व्यक्ति के खिलाफ दर्ज किया गया जिसने स्कॉटलैंड की राजधानी में महारानी की शव यात्रा के दौरान प्रिंस एंड्रयू को रोकने की कोशिश की थी।

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ऑक्सफोर्ड में शांति कार्यकर्ता सायमन हिल को हथकड़ी पहनाई गई जब उन्होंने नए राजा के घोषणा के समारोह में इसके विरोध में नारेबाजी की। हिल ने समारोह में अचानक चिल्लाते हुए पूछा ‘उन्हें किसने चुना है?’ उन्होंने साथ ही देश पर राष्ट्राध्यक्ष लादने पर आपत्ति जताई। पूरे प्रकरण पर प्रधानमंत्री लिज ट्रस के प्रवक्ता मैक्स ब्लैन ने कहा, ‘यह राष्ट्रीय शोक की अवधि है और पूरे ब्रिटेन में गम का महौल है… प्रदर्शन करने का अधिकार मलूभूत सिद्धांत बना रहेगा।

पुलिस ने कही ये बात

उन्होंने लेकिन कहा कि ‘पुलिस अलग-अलग परिस्थितियों में कार्रवाई पर निर्णय लेती है।’ उप सहायक आयुक्त स्टुअर्ट कंडी ने कहा, ‘लोगों को निश्चित तौर पर प्रदर्शन का अधिकार है और हमने अभूतपूर्व स्थिति में पुलिस की ड्यूटी कर रहे सभी अधिकारियों को यह स्पष्ट कर दिया है।’ एलिजाबेथ द्वितीय का निधन पिछले गुरुवार को हो गया था। आगामी सोमवार 19 सितंबर को उनका अंतिम संस्कार होगा। इतने दिनों में उनके शव को स्कॉटलैंड से लंदन लाया जा रहा है जो कई स्थानों पर रुकेगा।

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) के अंतिम दर्शन के लिए चर्च के भारी संख्या में लोग जुटे। महारानी को श्रद्धांजलि देने के लिए सोमवार से ही वेस्टमिंस्टर एबे के बाहर लोगों की कतारें लगनी शुरू हो गईं। महारानी का पार्थिव शरीर बुधवार शाम पांच बजे लंदन में वेस्टमिंस्टर हाल में रखा जाएगा, जहां लोग सोमवार यानी 19 सितंबर सुबह साढ़े छह बजे तक उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे।