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Joe Biden की फिसली जुबान लाएगी और भयानक तबाही, Putin बोलें अमेरिका तैयार रहो नई जंग के…

Joe Biden की फिसली जुबान Ukraine में लाएगी और भयानक तबाही

रूस इस वक्त यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है। इस जंग को रोकने के लिए अमेरिका, नाटो संग पश्चिमी देश लाख कोशिशें कर रहे हैं। यहां तक की रूस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध भी लगा रहे हैं। लेकिन, रूस को इन सब से कोई फर्क नहीं पड़ रहा। इसके साथ ही बयानबाजी भी जमकर चल रही है। इस बयानबाजी में अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कुछ ऐसा कह दिया है कि यह जंग और भी भयानक हो सकती है और साथ ही रूस सीधा अमेरिका से भी टक्कर ले सकता है। क्योंकि, बाइडन की जो जुबान फिसली है वो अब अमेरिकी डिप्लोमेट्स के लिए बड़ा सिरदर्द बन गया है।

अमेरिकी विदेश नीति के विशेषज्ञों का मानना है कि इससे तनाव और बढ़ सकता है। बाइडन ने शरनिवार को पोलैंड के वारसॉ में पुतिन को लेकर कहा कि, यह व्यक्ति सत्ता में नहीं रह सकता। यह बयान स्पांटेनियस था जिसके तुरंत बाद व्हाइट हाउस के अधिकारी डैमेज कंट्रोल करने में जुट गए। अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि, बाइडन, पुतिन के रूस में सत्ता में रहने या सरकार बदलने के बारे में नहीं कह रहे थे। उन्होंने कहा का कि, बाइन के कहने का मतलब था कि पुतिन को अपने पड़ोसियों या क्षेत्र पर ताकत का इस्तेमाल करने नहीं दिया जा सकता। अेमरिकी मीडिया की माने तो, बाइडनन की यह टिप्पणी अमेरिका और रूस के बीच रिश्ते को और खराब कर सकती है। काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस के अध्‍यक्ष रिचर्ड हास ने कहा कि एंथनी ब्लिंकन को फौरन अपने रूसी समकक्ष से बात करके स्‍पष्‍ट करना चाहिए कि बाइडन की टिप्‍पणी अमेरिका की विदेश नीति नहीं है। बाइडन ने पहले पुतिन को 'कसाई' भी कहा था लेकिन वाइट हाउस ने इससे भी दूरी बना ली।

उन्होने कहा कि, यह ऑफ-स्क्रिप्ट कमेंट था, इसे और बुरा बनाता है क्योंकि, इसे बाइडन की असली सोच समझा जा सकता है। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि बाइडने यह कमेंट कर पुतिन को उकसा रहे हैं और इसका असर यह होगा की यूक्रेन में हमले और भी तेज हो जाएंगे। हास ने कहा कि, पुतिन को अगर लगता है कि उनके पास खोने को सबकुछ है तो अब वह सोचेंगे कि उनके पास खोने को कुछ नहीं है। बाइडन ही यह टिप्पणी रूस-अमेरिका के रिश्तों में कितनी तल्खी जा सकती है, इसे इस बात से समझें कि अमेरिकी राष्ट्रपति के एयरफोर्स वन पर सवार होने से पहले ही उनके सहयोगी यह दावा करने में लग गए हैं कि बाइडन मॉस्को में सरकार बदलने का आह्वान नहीं कर रहे थे।

वहीं, क्रेमलिन के प्रवक्‍ता दिमित्री पेस्‍कोव ने बाइडन के बयान को सिरे से नकार दिया। उन्‍होंने कहा, यह अमेरिका के राष्‍ट्रपति या अमेरिकंस के हाथ में नहीं है कि वे तय करें कि रूस की सत्ता में कौन रहेगा। पिछले 24घंटों में दूसरी बार बाइडन की जुबान फिसली है। अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने पहले ऐसा इशारा किया था कि US यूक्रेन में सैनिक कर सकता है या पहले ही कर चुका है। हालांकि बाइडन प्रशासन ने साफ किया है कि उनके रुख में कोई बदलाव नहीं है कि अमेरिका इस संघर्ष में दखल नहीं देगा।