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Pakistan को इमरान खान छोड़ गए 14वीं सदी में, लालटेन और मोमबत्ती जलाकर गुजारा कर रहे पाकिस्तानी, शरीफ की बढीं परेशानी

पीएम शाहबाज शरीफ के सामने बड़ी चुनौती, अंधेरे में पूरा Pakistan

पाकिस्तान की राजनीति में काफी समय से चल रहे नौटंकी आंत हो गया है और नए प्रधानमंत्री के तौर पर शाहबाज शरीफ ने शपल ले ली है। हालांकि, यह नौटंकी अभी इतनी जल्दी खत्म नहीं होने वाली है। क्योंकि, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अब सड़क से संसद जाने का सहारा ले रहे हैं। इसके साथ ही नई सरकार आते ही पाकिस्तान में अंधेरा छा गया है। जिसके चलते मुल्क मोमबत्ती जला कर काम चला रहा है। यह शरबाज शरीफ के सामने बड़ी चुनौती है।

पाकिस्तान में बिजली की समस्या जस की तस बनी हुई है। सरकारों के तमाम वादों के बावजूद पाकिस्तानी अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। कराची शहर का हाल यह है कि यहां लोगों को रात के अंधेरे में ही राजमान के दौरान नमाज अदा करनी पड़ रही है। केवल कराची ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान के कई शहरों का यही हाल है। इसे लेकर लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। कई राज्यों की सरकारें लोड शेडिंग के मसले में खत्म करने में नाकाम रही हैं। लोग बिजली कटौती की शिकायत लेकर ऑपरेटर्स के पास जाते हैं, लेकिन वहां भी इनकी कोई सुनवाई नहीं होती है। फ्यूल की कमी और टेक्निकल खराबियों के चलते बिजली की सप्लाई काफी हत तक बाधित हुई है। जिसके बाद शहबाज शरीफ पर बिजली मुहैया कराने का दबाव बढ़ता जा रहा है।

पीएम शहबाज इस मसले पर एक अर्जेंट मीटिंग कर चुके हैं। इस दौरान पॉवर और पेट्रोलियम सेक्टर की ओर से उन्हें डिटेल में जानकारी दी गई। मीटिंग के दौरान शहबाज के समक्ष रिपोर्ट पेश किया गया, जिसमें बताया गया कि देश भर में फ्यूल की कमी और टेक्निकल खराबियों की वजह से 27 पॉवर प्लांट्स काम नहीं कर रहे हैं। इन्हें जल्द से जल्द ठीक किए जाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री को यह भी बताया गया कि, गैस और कोयले की सप्लाई न होने के चलते देश के 9 स्वतंत्र पॉवर प्रोड्यूसर्स को बंद कर दिया गया। इसके अलावा 18 पॉवर प्लान्ट्स में टेक्निकल गड़बड़ियां आ गई हैं, जिससे वो काफी समय से बंद हैं।