रूस और यूक्रेन जंग को लेकर दुनिया दो गुटों में बंटी हुई है। कोई रूस के साथ हैं तो कोई अमेरिका के साथ हैं। अमेरिका का साफ कहना है कि, जो भी देश रूस की मदद किया वो उसे बर्बाद कर देगा। इसके साथ ही उससे किसी तरह का व्यापार भी नहीं करेगा। रूस को तोड़ने के लिए पूरे पश्चिमी देश एक साथ आ गए हैं। लेकिन, इसके बाद भी पुतिन को कमजोर करने में सफल नहीं हो पाए। रूस पर इस वक्त अमेरिका, नाटो संग पूरा पश्चिमी देश कड़े से कड़े प्रतिबंध लगा रहा है। लेकिन, पुतिन इन सब की तैयारी पहले से ही करके बैठे हैं। पश्चिमी मीडिया लगातार दावा कर रही है कि रूस कमजोर पड़ते जा रहा है। लेकिन, इस बीच एक यूरोपीय देश ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि, पुतिन को कमजोर करने के बारे में पश्चिमी देशों की सोच गलत है। ये जंग हर हाल में वो जीत जाएंगे।
ऑस्ट्रिया सैन्य विशेषज्ञ ने बड़ा बयान दिया है। वियना की मिल्ट्री एकेडमी से कर्नल मार्कस रीस्नर के मुताबकि, यूक्रेन जंग में पुतिन की जीत हो रही है। उन्होंने कहा कि, जो लोग सोच रहे हैं कि, पुतिन बैकफुट पर हैं तो ऐसा नहीं है। उनके मुताबकि युद्ध में रूस के कमजोर पड़ने की पश्चिमी सोच गलत है। ऑस्ट्रिया के मिलिट्री एक्सपर्ट ने कहा कि किसी को भी युद्ध में रूस को कम नहीं आंकना चाहिए। कर्नल मार्कस ने रूस की जीत के प्वाइंट्स भी समझाए।
-उन्होंने कहा कि साउथ और साउथ ईस्ट यूक्रेन के बड़े इलाकों पर रूस कब्जा कर चुका है।
-यूक्रेन पर रूस का हमला अब डोनबास पर केंद्रित है
-अगले 2-3 हफ्तों में डोनबास में रूस और आगे बढ़ चुका होगा
-आने वाले वक्त में डोनबास में लड़ाई और तेज होने जा रही है।
-रूसी सेना यूक्रेनी सैनिकों को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर करेगी
-कर्नल का दावा है कि रूस की नई और मजबूत रणनीति को वेस्टर्न कंट्रीज में भी महसूस किया जा रहा है।
-रूस के डिफेंस मिनिस्टर ने भी रूस की जीत को लेकर बयान देना शुरू कर दिया
-रूसी डिफेंस मिनिस्टर सर्गेई शोइगू ने कह दिया कि मारियुपोल पर रूसी कब्जा पूरा हो चुका है
-और अब अगर वेस्टर्न कंट्रीज की तरफ से यूक्रेन को मदद दी गई तो फिर सप्लाई लाइंस पर अटैक किया जाएगा।
रूस 9 मई को यूक्रेन पर बड़े हमले की तैयारी में है। डिफेंस मिनिस्टर सर्गेई शोइगू ने कहा है कि, रूस की सेना ने मारियुपोल पर पूरी तरह कब्जा कर लिया। अब मारियुपोल रूस की सेना के नियंत्रण में है। मारियुपोल में सिर्फ इवेकुएशन का काम जारी है। हालांकि इसके बाद रूस की तरफ से वेस्टर्न कंट्रीज को खुले तौर पर धमकी दी गई। रूस के डिफेंस मिनस्टर ने साफ कह दिया कि अब अगर यूक्रेन आर्मी की मदद के लिए विदेशी हथियार आए। दूसरे मुल्कों ने यूक्रेन आर्मी को आर्म्स सप्लाई किए तो फिर वो ऑटोमैकिटली रूसी सेना के निशाने पर आ जाएंगे। हथियारों के साथ पूरी सप्लाई लाइन खत्म कर दी जाएगी।