पाकिस्तान की सत्ता लड़खड़ाते जा रही है। अपनी सरकार बचाने के लिए इमरान खान कभी सउदी से मदद मांग रहे हैं तो कभी चीन के तलवे चाट रहे हैं। जब यहां भी दाल न गली तो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पास पहुंच गए। दरअसल, पाकिस्तान में इस वक्त महांगाई अपने चरम पर है। तेल, दूध, दाल, आटा सबकी कीमतें आसमान छू रही हैं। पेट्रोल की कीमतों में आग लगी हुई है। देश में करप्शन रिकॉर्ड तोड़ रहा है। इसके साथ ही देश पर अतंराष्ट्रीय कर्जा बढ़ते जा रहा है। कंगाली के आलम में इमरान खान को एक दिन भी सत्ता में बने रहना मुश्किल हो रहा है। इस बीच विपक्षियों ने अल्टीमेटम दे दिया है कि उनके पास सिर्फ 24 घंटे बचे हैं। अगर उन्हें खुद इस्तीफा नहीं दिया तो उन्हें बेदखल कर दिया जाएगा।
दरअसल , पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने प्रधानमंत्री इमरान खान को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। बिलावल ने कहा कि इमरान इस्तीफा दें और विधानसभा भंग करें नहीं तो अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बेदखल होने के लिए तैयार रहें। एक रिपोर्ट के अनुसार, लालामुसा में अवामी मार्च के सपोर्टर्स को संबोधित करते हुए पीपीपी नेता ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार के साथ इमरान खान को सभी लोकतांत्रिक तरीकों से पैकिंग के लिए भेजा जाएगा। पीपीपी नेता ने कहा कि चुने हुए (इमरान खान) इतने डरे हुए हैं कि उन्होंने अपने राजनीतिक विरोधियों को गाली देना शुरू कर दिया है।
इसके आगे उन्होंने इमरान खान सरकार और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के बीच कथित सांठगांठ का जिक्र करते हुए कहा कि देश ने सरकार की आर्थिक नीतियों को खारिज कर दिया है और 'पीटीआईएमएफ' (पीटीआई+आईएमएफ) का विरोध कर रहा है। मीडिया आउटलेट के अनुसार, देश में आर्थिक संकट के लिए कठपुतली प्रधानमंत्री को दोषी ठहराते हुए बिलावल ने कहा कि आम आदमी महंगाई की सुनामी में डूब रहा है। आगे उन्होंने कहा है कि, खान सरकार ने कर्ज के लिए भीख मांगी, जो पहले कभी हासिल किए गए ऋण से तीन गुना अधिक था। उन्होंने कहा कि, लोग अब उनकी भूलों का बोझ नहीं उठा सकते।