यूक्रेन पर रूस द्वारा सैन्य अभियान को आज 99वें दिन हो गया है। और इतने दिनों में रूस ने जमकर यूक्रेन के शहरों में तबाही मचाई है। यूक्रेन को पूरी तरह से पश्चिमी देश मदद कर रहे हैं। वैसे भी यह यूक्रेन और रूस के बीच जंग नहीं है। बल्कि, पश्चिमी देशों और पुतिन के बीच ये जंग है। क्योंकि, पश्चिमी देश यूक्रेन को पूरी तरह से मदद कर रहे हैं। हथियार, तोप, टैंक, फाइटर जेट्स, मिसाइल के साथ ही आर्थिक मदद भी कर रहे हैं। इस बीच ब्रिटने जो करने जा रहा है उससे जंग और भी भयानक हो सकती है।
दरअसल, ब्रिटेन यूक्रेन को मध्यम दूरी की परिष्कृत रॉकेट प्रणाली देने का गुरुवार को वादा किया। इससे पहले अमेरिका और जर्मनी भी यूक्रेन को परिष्कृत हथियार दे चुके हैं। इस बीच क्रेमलिन के एक प्रवक्ता ने फिर से चेतावनी दी कि पश्चिमी देशों से मिले नवीनतम हथियारों का इस्तेमाल यदि रूसी सेना के खिलाफ हुआ तो बेहद अवांछनीय और अप्रिय परिदृश्य देखने को मिलेंगे।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने अपने एक बयान में कहा कि, यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति से उसकी पीड़ा और बढ़ेगी। वह उसे हथियारों की आपूर्ति कर रहे देशों की कठपुतली भर है। रूसी सेना ने कस्बों और शहरों पर बमबारी जारी रखी और पूर्वी शहर सिविएरोडोनेट्सक पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए भी हमले तेज कर दिए हैं।
ब्रिटिश रक्षा मंत्री बेन वालेस के मुताबिक, ब्रिटेन यूक्रेन को एम270 लॉन्चर देगा, जो 80 किलोमीटर (50 मील) तक सटीक-निर्देशित रॉकेट दाग सकता है। हालांकि उन्होंने यूक्रेन को दिए जाने लॉन्चर की संख्या के बारे में नहीं बताया। इसके साथ ही यूक्रेनी सैनिकों को इन्हें चलाने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी। ब्रिटिश सरकार का कहना है कि लॉन्चर प्रदान करने का निर्णय अमेरिकी सरकार के साथ मिलकर समन्वित रूप से लिया गया है। अमेरिका ने बुधवार को कहा था कि वह यूक्रेन को हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम की आपूर्ति करेगा।