ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन हो गया है। एलिजाबेथ ने स्कॉटलैण्ड के बालमोरल कैसल में आखिरी सांस ली। वो 96 साल की थीं। वो ब्रिटेन के अलावा 14 अन्य देशों की हेड ऑफ स्टेट भी थीं। स्टेट्स में न्यूजीलैण्ड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और जमैका भी शामिल है। क्वीन एलिजाबेथ के निधन के बाद प्रिंस चार्ल्स अब ब्रिटेन के राजा हैं।
महारानी एलिजाबेथ अपने अंतिम समय में स्कॉटलैंड स्थित अपने बाल्मोरल कैसल में थीं। क्वीन एलिजाबेथ ने के शासन को लगभग 7 दशक हो चुके हैं और उन्होंने 15 प्रधानमंत्रियों का कार्यकाल देखा था। खराब सेहत की वजह से महारानी ने अपनी ‘प्रिवी काउंसिल’ की मीटिंग तक कैंसिल कर दी थी। उन्हें आराम करने के लिए कहा गया था।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्वीन एलिजाबेथ के निधन पर शोक व्यक्त किया है। शोक संदेश के साथ ही उन्होंने महारानी के साथ पिक्चर्स को भी शेयर किया है।
I had memorable meetings with Her Majesty Queen Elizabeth II during my UK visits in 2015 and 2018. I will never forget her warmth and kindness. During one of the meetings she showed me the handkerchief Mahatma Gandhi gifted her on her wedding. I will always cherish that gesture. pic.twitter.com/3aACbxhLgC
— Narendra Modi (@narendramodi) September 8, 2022
महारानी के निधन के बाद प्रधानमंत्री लिज ट्रस को एक फोन कॉल के जरिए जानकारी दी गई। एक सरकारी अधिकारी उन्हें कोड के जरिए हालातों की जानकारी दी। यह अधिकारी ने उनसे कहा, ‘लंदन ब्रिज इन डाउन’।
महारानी के निजी सचिव सर क्रिस्टोफर गेडिट की तरफ से आधिकारिक जानकारी दी गई कि महारानी अब इस संसार में नहीं है। इस सूचना के बाद देशी और विदेशी राजनयिकों को महारानी के निधन की अधिकारिक सूचना दी जा रही है। क्वीन एलीजाबेथ के अंतिम संस्कार के बारे में कहा जा रहा है कि 10 दिन बाद होगा। लेकिन अभी तक अधिकारिक जानकारी नहीं है।
लगभग 65 साल पहले जब महाराजा जॉर्ज षष्ठम का निधन हुआ था तो उस समय ‘हाइड पार्क कॉर्नर’ इस कोड का प्रयोग किया गया था। 6 फरवरी 1952 को महाराजा का निधन सुबह 7:30 बजे हो गया था। लेकिन बीबीसी की तरफ से सुबह 11:15 मिनट पर इस खबर का ऐलान किया गया था। लेकिन जब 31 अगस्त 1997 को पेरिस में प्रिंसेज डायना की मौत सुबह 4 बजे हुई तो पूर्व विदेश मंत्री रॉबिन कुक के साथ फिलीपींस गए कुछ जर्नलिस्ट्स को 15 मिनट के अंदर इसकी जानकारी मिल गई थी। महारानी की मृत्यु पर सबसे पहले प्रेस एसोसिएशन पर खबर आएगी और इसके बाद दुनियाभर की मीडिया को जानकारी दी जाएगी।
महारानी के निधन के बाद बकिंघम पैलेस के दरवाजे से शोक के कपड़े पहने एक सेवक नजर आया। उसने गुलाबी बजरी और काली धारी के साथ एक नोटिस गेट पर लगा दिया।
ऐसा कहा जा रहा है कि महारानी का अंतिम संस्कार उनके निधन के 10 दिन बाद होगा। पीएम की तरफ से सबसे पहला बयान कुछ देर में जारी किए जाने की संभावना है।