केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज यूरोपीय केबल कार उद्योग की अग्रणी कंपनियों को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया, क्योंकि देश की “पर्वतमाला परियोजना” के तहत अगले 5 वर्षों में 1,200+ किमी की रोपवे लंबाई वाली 250 से अधिक परियोजनाओं को विकसित करने की योजना है।”
ऑस्ट्रिया के इंसब्रुक में अल्पाइन टेक्नोलॉजीज के अग्रणी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला ‘इंटरलपिन 2023 फ़ेयर’ को संबोधित करते हुए मंत्री ने आज कहा, “हम टिकाऊ और सुरक्षित परिवहन सुनिश्चित करने के लिए ऑस्ट्रियाई और यूरोपीय उद्योगों को मौजूदा रोपवे मानकों को बढ़ाने में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इस परिवर्तनकारी यात्रा का यह एक हिस्सा है, क्योंकि हम भारतीय बुनियादी ढांचे को अधिक ऊंचाइयों पर ले जाते हैं।
Had an enriching experience monitoring the latest innovations and products developed by the leading manufacturers and innovative companies from around the world at INTERALPIN 2023 Fair, Innsbruck, Austria with its CEO Mayerhöfer Christian.@PMOIndia @MEAIndia @IndiainAustria pic.twitter.com/zZSuKYEuBC
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) April 19, 2023
उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा 60% योगदान समर्थन के साथ हाइब्रिड वार्षिकी मॉडल के तहत पीपीपी (सार्वजनिक-निजी भागीदारी) पर देश का ध्यान केंद्रित है। उन्होंने कहा कि सरकार “मेक इन इंडिया” पहल के तहत रोपवे घटकों के निर्माण को बढ़ावा दे रही है।
यह मेला केबल कार उद्योग से प्रमुख उद्योग के खिलाड़ियों, सेवा प्रदाताओं और निर्णयकर्ताओं को एक साथ लाता है।
गडकरी ने रोपवे सिस्टम के दुनिया के अग्रणी निर्माताओं के उच्च तकनीकी समाधान, नवीन डिज़ाइन, उच्च गुणवत्ता और कार्यक्षमता की पेशकश करने वाले प्रदर्शनियों का भी दौरा किया, जिससे सुविधाजनक और पर्यावरण के अनुकूल रोपवे यात्री परिवहन का मार्ग प्रशस्त हुआ।
सरकार केदारनाथ, यमुनोत्री धाम और हेमकुंट साहिब में तीर्थयात्रियों की यात्रा की सुविधा के लिए प्रमुख रोपवे परियोजनाओं की स्थापना की योजना की घोषणा पहले ही कर चुकी है।