China PLA PHL 191 Rocket System: लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक हजारों सैनिकों की तैनाती करने के बाद चीन अब एक बार फिर से नई चालबाजी करता नजर आ रहा है। चीन अब भारतीय सीमा के पास अत्याधुनिक घातक हथियारों को जमा कर रहा है। ये भारत के लिए टेंशन वाली बात है। ड्रैगन ने अपने बेहद घातक मल्टीपल रॉकेट लॉन्च सिस्टम PHL-191 (China PLA PHL 191 Rocket System) को तिब्बत में तैनात किया है। ऐसा पहली बार है जब तिब्बत इस खातक रॉकेट सिस्टम (China PLA PHL 191 Rocket System) के तैनाती की पुष्टि हुई है। इसे हाल ही में चीनी सेना PLA की एक मीटिंग के दौरान देखा गया। इस रॉकेट सिस्टम को तिब्बत के शिंजियांग मिलिट्री डिस्ट्रिक में तैनात किया गया है।
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चीन के इस रॉकेट का 500 किमी दूरी तक रेंज
मल्टीपल रॉकेट लॉन्च सिस्टम PHL-191 को एक मोबलाइजेशन मीटिंग के दौरान प्रदर्शित किया गया। चीन की सेना के तिब्बत मिलिट्री डिस्ट्रिक ने एक बयान में कहा कि यह जांच इसलिए अंजाम दी गई है ताकि हमारे हथियार फेल न हों, उनमें कोई समस्या नहीं आए और उनके प्रदर्शन को भी सुधारा जा सके। चीन का यह रॉकेट सिस्टम यूक्रेन की जंग में सफलतापूर्वक इस्तेमाल किए जा रहे हिमार्स सिस्टम की तरह बेहद ही घातक है। यूक्रेन की सेना अमेरिका में बने हिमार्स की मदद से रूसी हथियारों के ठिकाने को तबाह कर रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक चीन अपने इस रॉकेट सिस्टम की मदद से 500 किमी की दूरी तक पहाड़ों में भी भारतीय सेना के ठिकानों को निशाना बना सकता है।
PHL-191 रॉकेट सिस्टम चीन का रहस्यमय हथियार है
चीन ने इस सिस्मट का सफल परीक्षण करने का दावा किया था। चीन की सरकारी मीडिया की ओर से कहा गया कि, यह PHL-191 रॉकेट सिस्टम सटीक तरीके से निशाना लगाने में सक्षम है। PLA इसे एक ट्रक पर रखकर लंबी दूरी आसानी से निशाना बना सकती है। विश्लेषकों के मुताबिक इस घातक रॉकेट सिस्टम का प्रदर्शन करके चीन ने अपनी युद्धक तैयारी को दिखाया है। चीन के इस हथियार को काफी रहस्यमय माना जाता है औऱ साल 2019 में उसने इसा पहली बार दुनिया के सामने प्रदर्शन किया था। शुरू में ड्रैगन इसका नाम छुपा कर रखा था।
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PHL-191 रॉकेट सिस्टम की खासियत
यह सिस्टम 750 MM की दो फायर ड्रैगन मिसाइलें ले जाता है, जिसकी मारक क्षमता 500 किमी तक होती है
यह 370mm के 8 रॉकेट ले जा सकता है जिनकी रेंज 350 किमी होती है
ऊंचाई वाले इलाके में बढ़ जाती है मारक क्षमता
इसमें चीनी रेडॉर और बाइदू सैटलाइट नेविगेशन सिस्टम लगा है जिससे यह सटीक निशाना लगाता है
चीन ने इस रॉकेट सिस्टम को ताइवान की सीमा पर भी तैनात किया है
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