प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय दौरे के लिए आज सुबह अमेरिका पहुंच गए हैं। इस दौरान उनका वहां जोरदार स्वागत हुआ। लोग एयरपोर्ट से लेकर होटल तक मोदी-मीदी के नारे लगा रहे थे। इस दौरे पर पीएम मोदी UNSC में कल अपना संबोधन देंगे। इससे पहले चीन का बड़ा झटका लगा है। चीन संयुक्त राष्ट्र महासभा में तालिबान की एंट्री कराने के चक्कर में था। आपको मालूम हो कि चीन ने भारत की अध्यक्षता वाली कमेटी से सामने ये प्रस्ताव रखा था कि तालिबानी नेताओं की यात्रा में छूट बढ़ाकर 90 से 180 दिन कर दिया जाए।
हालांकि चीन के इस प्रस्ताव को मानने से भारत समेत बाकी के देशों ने मानने से इनकार कर दिया। कमेटी ने माना कि तालिबान पर फिलहाल कड़ी नजर रखने की जरुरत है। उधर तालिबान पूरी कोशिश में है कि उसे संयुक्त राष्ट्र महासभा में जगह मिल जाए। इसके लिए तालिबान ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव को चिट्ठी भी लिखी है।
रूस ने भी तालिबान पर लगे प्रतिबंध पर बयान दिया है। रूस के राजदूत वैसिली नेबेनजिया ने कहा कि तालिबान से प्रतिबंध हटाना फिलहाल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एजेंडे में नहीं है। वैसिली नेबेनजिया ने कहा कि हमें इसे लेकर हड़बड़ी करने की जरुरत नहीं है और आगे कोई कदम उठाने से पहले हमें सोचना होगा। बता दें कि तालिबान के नेताओं की यात्रा पर मिली छूट 20 सितंबर को खत्म हो गई है।
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से तालिबान ने अपने सरकार की गठन की है। तालिबान के सरकार में कई आतंकी शामिल हैं जिनपर अमेकिका इनाम को घोषणा कर रखी है। ब्लैकलिस्ट टेररिस्ट में प्रधानमंत्री मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद और सिराजुद्दीन हक्कानी भी शामिल है। अफगानिस्तान के गृह मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी पर अमेरिका ने 1 लाख करोड़ डॉलर का इनमा रखा हुआ है।