भारत ने एक दिन पहले ही अग्नि प्राइम (Agni Prime) मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। यह मिसाइल (Agni Prime) अपने साथ परमाणु वॉरहेड भी लेकर जा सकती है। इसे अग्नि पी के नाम से भी जाना जाता है। अग्नि प्राइम मिसाइल अग्नि सीरीज की ही नई जेनरेशन की मिसाइल है। इस मिसाइल का वजन 11000 किलोग्राम है। यह मिसाइल 2000 किलोमीटर की दूरी तक किसी भी लक्ष्य को मार गिराने की क्षमता रखती है। 34.5 फिट लंबी अग्नि प्राइम मिसाइल पर एक या मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल रीएंट्री व्हीकल (MIRV) वारहेड लगाया जा सकता है। यह मिसाइल एक साथ कई टारगेट को तबाह कर सकती है।
चीन के डीएफ-21डी से हो रही Agni Prime की तुलना
भारत की अग्नि प्राइम मिसाइल की तुलना डीएफ-21डी से की जा रही है। यह DF-21 बैलिस्टिक मिसाइल का अपग्रेडेड वेरिएंट है। DF-21D एक एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल है। इसके अलावा यह दुनिया में पहली डेडिकेटेड एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल है। चीन ने DF-21D मिसाइल को अमेरिक नौसेना के एयरक्राफ्ट कैरियर और बैटल ग्रुप को निशाना बनाने के लिए बनाया है। DF-21D एक ठोस ईंधन वाली बैलिस्टिक मिसाइल है। दावा किया जाता है कि डीएफ-21डी मिसाइल 2012 में ही चीनी सेना में तैनात हो चुकी थी।
DF-21D की रेंज 2,000 किमी से अधिक है। कुछ स्रोतों का दावा है कि इसकी अधिकतम सीमा 3,000 किमी तक है। DF-21D पारंपरिक वारहेड के अलावा परमाणु वारहेड के साथ हमला करने में सक्षम है। ऐसे में यह न केवल जहाजों, बल्कि शहरों और सैन्य ठिकानों पर भी हमला करने में सक्षम है।
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इस मिसाइल में इनर्शियल गाइडेंस सिस्टम लगा हुआ है, जो चीन के स्वदेशी BeiDou उपग्रह नेविगेशन के साथ लिंक है। इस मिसाइल में इनर्शियल गाइडेंस सिस्टम लगा हुआ है, जो चीन के स्वदेशी BeiDou उपग्रह नेविगेशन के साथ लिंक है।