Dalai Lama’s reaction on Chandrayaan-3: तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने गुरुवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत के चंद्र मिशन-चंद्रयान-3 की सफल परिणति के लिए बधाई दी।
एक आधिकारिक बयान में दलाई लामा के हवाले से कहा गया, “चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग भारत के उन लोगों को एक श्रद्धांजलि है, जिन्होंने प्राचीन काल से वैज्ञानिक विकास पर अपना ध्यान समर्पित किया हुआ है।”
आध्यात्मिक नेता ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष और एजेंसी के वैज्ञानिकों की टीम की भी सराहना की, जिन्होंने “भारत की वैज्ञानिक और तकनीकी परिपक्वता” प्रदर्शित करने के उद्देश्य से इस मिशन पर काम किया।
बयान में आध्यात्मिक नेता के हवाले से आगे कहा गया है, “मैं इसरो के प्रमुख और उनकी टीम की उनके समर्पण के लिए सराहना करना चाहूंगा, जिसने मिशन को संभव बनाया है। उन्होंने भारत की वैज्ञानिक और तकनीकी परिपक्वता का प्रदर्शन किया है।”
दलाई लामा ने कहा, “भारत के सबसे लंबे समय तक रहने वाले अतिथि के रूप में मैं इस महान जीत पर ख़ुशी मनाता हूं।” उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि भारतीय वैज्ञानिक अनुसंधान संगठन आगे के वैज्ञानिक प्रयासों में अपनी नेतृत्वकारी भूमिका को मज़बूत करना जारी रखेगा।”
उन्होंने अपना यह संदेश प्रार्थनाओं और शुभकामनाओं के साथ समाप्त किया।
अंतरिक्ष में 40 दिनों की यात्रा के बाद चंद्रयान -3 लैंडर, ‘विक्रम’ ने बुधवार शाम को अज्ञात चंद्र दक्षिणी ध्रुव को छू लिया था, जिससे भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन गया।
अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चंद्र लैंडिंग मिशन को सफलतापूर्वक संचालित करने वाला चौथा देश बन गया।
चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान ने लैंडिंग से पहले विक्रम लैंडर को चंद्रमा की सतह पर क्षैतिज स्थिति में झुका दिया।
अंतरिक्ष यान को 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था।