तुर्की (Turkey) सोमवार को सबसे खतरनाक भूकंप के झटके से हिल उठा। भूकंप के झटकों के कारण कई इमारतें गिर गई हैं। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल (Richter Scale) पर 7.9 मापी गई। ये भूकंप दक्षिणी तुर्की में आया है और इसके झटके यूरोप में ग्रीस और मिडिल ईस्ट में सीरिया व लेबनान तक महसूस किए गए हैं। अब तक इस भूकंप में सैकड़ों की मारे जाने की खबरें हैं। जबकि कई लोग मलबे में दब गए हैं, उनको बाहर निकालने का काम रेस्क्यू टीमें कर रही हैं। तुर्की में पिछले कुछ दशकों में आया यह सबसे विनाशकारी भूकंप है। कई बिल्डिंग्स ढह गई और एक गैस पाइपलाइन में ब्लास्ट हुआ है।
इस दौरान सोमवार को एक आधिकारिक स्रोत का हवाला देते हुए भूकंप राहत के लिए इजरायल से मदद मांगे जाने के दावों को खारिज कर दिया। पड़ोसी देश तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप में सीरिया के सैकड़ों लोगों की मौत हो गई और एक हजार से अधिक लोग घायल हो गए। इजरायल (Israel) और सीरिया जैसे अरब देशों का विवाद काफी पुराना है। 1948 में अस्तित्व में आने के तुरंत बाद यहूदी देश को अपने पड़ोसी अरब देशों से युद्ध का सामना करना पड़ा था। 1967 में हुई छह दिनों की जंग तो पूरी दुनिया को याद है जिसमें इजरायल ने अकेले मिडिल ईस्ट का नक्शा बदल दिया था।
दरअसल, सीरिया ने उससे भूकंप राहत में सहायता के लिए मदद मांगी थी और वह इसके लिए तैयार है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने भूकंप प्रभावित सीरिया को मदद भेजने की मंजूरी दे दी है। लेकिन सीरिया के एक अधिकारी ने मदद मांगे जाने की खबरों से ही इनकार कर दिया।
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इन दोनों देशो की पुरानी दुश्मनी
दूसरी तरफ एक सीरियाई अधिकारी ने पत्रकारों से कहा कि दमिश्क ने ‘उपहास उड़ाया और दावों का खंडन किया’ कि उन्होंने इजरायल से मदद मांगी थी। अधिकारी ने कहा, ‘सीरिया एक ऐसी संस्था से कैसे मदद मांग सकता है जिसने… दशकों से सीरियाई लोगों की हत्या की है?’ सीरिया की सरकार इजरायल को मान्यता नहीं देती है। 1948 में इजरायल के निर्माण के बाद से दोनों के बीच कई लड़ाइयां हो चुकी हैं।
बढ़ सकता है मरने वालों का आंकड़ा
तुर्की और सीरिया 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के बाद अभी भी दहशत में हैं। भूकंप और उसके बाद के झटकों में बड़े पैमाने पर धराशायी हुईं इमारतों में अब तक 7200 लोग मर चुके हैं। मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। बचावकर्मी बड़ी तादात में इमारतों के मलबों के नीचे दबे लोगों को बाहर निकालने में लगे हैं। कई देशों ने अपनी राहत और बचाव टीमें सीरिया और तुर्की भेजी हैं।